सार

Live Updates : कर्नाटक में हिजाब बैन को लेकर मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मंगलवार को कई जगह प्रदर्शन के बाद देर शाम गृह मंत्री और अन्य मंत्रियों ने बैठक की रूपरेखा तय की। इस बैठक में कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। उधर, हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई में कांग्रेस नेता देवदत्त कामत के पेश होने पर लोगों ने उन्हें आड़े हाथों लिया है। 

बेंगलुरू। कर्नाटक में हिजाब विवाद का मामला तूल पकड़ रहा है। मंगलवार को हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई हुई। हाईकोर्ट ने छात्रों को भावनाओं में न बहने की नसीहत दी। इस दौरान अलग-अलग जगहों पर छात्रों का प्रदर्शन जारी रहा। देर शाम कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने स्कूल-कॉलेज अगले तीन दिनों तक बंद करने के आदेश दिए। इस बीच, कांग्रेस नेता देवदत्त कामत चर्चा में रहे। 

दरअसल, देवदत्त कामत कर्नाटक हाईकोर्ट में हिजाब पर प्रतिबंध को लेकर सुनवाई में मुस्लिम छात्राओं की तरफ से पेश हुए। उन्होंने तर्क दिया कि हिजाब पहनना इस्लामी धर्म का एक अनिवार्य हिस्सा था। इसके बाद सोशल मीडिया पर कामत जमकर ट्रोल हुए। उन्होंने पूछा कि कांग्रेस पार्टी हिजाब के इस्तेमाल को क्यों प्रोत्साहित कर रही है। कुछ अन्य लोगों ने बताया कि कैसे कामत को हाल ही में उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए कांग्रेस कानूनी समन्वय समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। जब कामत अदालत में यह तर्क दे रहे थे कि छात्रों ने किसी को परेशान किए बिना सिर पर स्कार्फ पहना हुआ था। यह किसी चीज का उल्लंघन नहीं है, सोशल मीडिया यूजर उनके पुराने मामले निकालते रहे। लोगों ने बताया कि कैसे कामत ने हर मामले को लेकर कांग्रेस की तरफ से पैरवी की। 


आज रात मंत्रियों की हाई लेवल मीटिंग
उधर, विवाद के बीच मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि मामला हाईकोर्ट में है। हमने एजुकेशन एक्ट से जुड़ी जानकारियां कोर्ट में रखी हैं। फैसला आने तक शांति बनाए रखना होगा। इस बीच बिगड़ते माहौल को देखते हुए कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ अश्वत्नारायण सीएन और प्राथमिक शिक्षा मंत्री बी नागेश आज बैठक करेंगे। इस बैठक में वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। न्यूज एजेंसी एएनआई ने यह जानकारी दी है। 

हिजाब विवाद के बीच कर्नाटक के स्कूल तीन दिनों के लिए बंद, सीएम बोम्मई ने छात्रों से की शांति की अपील


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अरुणाचल में हिमस्खलन की चपेट आए 7 आर्मी जवान शहीद, 14500  फीट की ऊंचाई पर कर रहे थे गश्त



कामेंग, अरुणाचल प्रदेश।
अरुणाचल प्रदेश के कामेंग सेक्टर के ऊंचाई वाले इलाके में हिमस्खलन (avalanche) की चपेट में आए 7 सैन्यकर्मी (Army personal) शहीद हो गए। इनके शव उस जगह से बरामद हो गए हैं, जहां पर हिमस्खनल हुआ था। सेना ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सेना की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि सभी जवान छह फरवरी को हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे। इसकी जानकारी होते ही विशेष टीमों को बचाव के लिए भेजा गया। फंसे हुए जवानों को एयरलिफ्ट करने की व्यवस्था की गई, लेकिन आज इन जवानों के शव मिले, जिसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया है।  

आगे की औपचारिकताओं के लिए भेजे शव
बयान में कहा गया है - सभी सात लोगों के शव हिमस्खलन स्थल से बरामद कर लिए गए हैं। दुर्भाग्य से इसमें शामिल सभी लोगों के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, सभी सातों की मौत की पुष्टि की गई है। 14,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस इलाके में पिछले कुछ दिनों से खराब मौसम के साथ भारी बर्फबारी हो रही थी। सेना ने कहा कि सैनिकों के शवों को आगे की औपचारिकताओं के लिए भेजा गया है। इसके बाद शव उनके परिवार के हवाले किए जाएंगे। 

हिमस्खलन का शिकार होते रहे हैं जवान
ऊंचाई वाले इलाकों में पहले भी जवान हिमस्खनल का शिकार होते रहे हैं। अक्टूबर 2021 में उत्तराखंड के माउंट त्रिशूल पर हुए हिमस्खनल में सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे। 2020 में सिक्किम में भी ऐसे ही हिमस्खनल की चपेट मे आकर सेना के दो जवान शहीद हुए थे। इससे पहले भी कई बार सेना के जवानों की ऐसे ही हिमस्खनल में जान जा चुकी है। 

महाराष्ट्र में 100 रुपए नहीं लौटाने पर दोस्त की हत्या 
मुंबई। 100 रुपए नहीं लौटाने पर दोस्त की हत्या करने के आरोप में दहिसर में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। डीसीपी सोमनाथ धरगे ने बताया कि आरोपी ने प्लास्टिक के पाइप से दोस्त की गला दबाकर हत्या कर दी और बाद में उसके शरीर को जलाकर सबूत नष्ट करने की कोशिश की थी।