उद्धव ठाकरे सीएम आवास छोड़कर मातोश्री लौट आए हैं। जैसे ही उद्धव पहुंचे शिव सैनिकों ने उनके समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी। चेहरे पर मास्क लगाए उद्धव कार से बाहर निकले और शिव सैनिकों के मुलाकात की। कुछ देर तक वह अपने समर्थकों की भीड़ के पास मौजूद रहे फिर कार में बैठकर घर के अंदर चले गए।
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Maharashtra MVA Crisis: उद्धव ठाकरे ने खाली किया CM आवास, BJP ने कहा- शिवसेना विधायकों से संपर्क नहीं
मुंबई. महाराष्ट्र में सियासी संकट (Maharashtra Political Crisis) दूसरे दिन भी जारी है। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे (Eknath shinde) का दावा है कि उनके पास 41 विधायक हैं और वे सभी को लेकर सूरत से असम पहुंच चुके हैं। महाराष्ट्र में एमएलसी चुनाव के बाद ही बगावत हुई और शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे सहित बागी विधायकों को सूरत से असम के गुवाहाटी भेज दिया गया है। दावा किया जा रहा है कि शिंदे के साथ शिवसेना, NCP और निर्दलीयों को मिलाकर 41 विधायक हैं। इस बीच शिंदे ने उद्धव ठाकरे को भाजपा से गठबंधन करने का अल्टीमेटम दिया है। महाराष्ट्र में चल रही हर सियासी गतिविधि को जानने के लिए पढ़ें हमारा ब्लाग...
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मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सरकारी आवास वर्षा को खाली कर दिया है। वह अपने पैतृक आवास मातोश्री चले गए हैं। उनका सामान भी सीएम आवास से निकाला गया है।
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के आवास वर्षा के बाहर शिवसैनिक जुटे हैं। उन्होंने उद्धव ठाकरे के समर्थन में नारेबाजी की। एक शिव सैनिक ने कहा कि शिवसेना कभी नहीं टूटेगी। हम उद्धव ठाकरे के पीछे खड़े हैं। एकनाथ शिंदे ने जो किया वह सही नहीं है।
मुंबई में भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की है। इसके बाद भाजपा नेता रावसाहेब पाटिल दानवे ने कहा कि शिवसेना का कोई विधायक हमारे संपर्क में नहीं है। हमने एकनाथ शिंदे से बात नहीं की है। यह शिवसेना का अंदरूनी मामला है। बीजेपी का इससे कोई लेना-देना नहीं है। हम सरकार बनाने का दावा नहीं कर रहे हैं।
मुंबई में अपने आवास पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार और सुप्रिया सुले के साथ महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने बैठक की। इसके बाद वह घर से बाहर आए और अपने समर्थकों का अभिवादन किया।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फेसबुक लाइव के जरिए मन की बात कहने की कोशिश की है। उन्होंने बागी मंत्री एकनाथ शिंदे का नाम तो नहीं लिया लेकिन इशारों में हीं उन्हें सब कुछ कह दिया है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं न तो सीएम पद चाहता हूं और न ही शिवसेना अध्यक्ष पद ही, आप सामने आकर बात कीजिए तो मैं सब छोड़ने को तैयार हूं। उन्होंने बेहद दार्शनिक अंदाज में कहा कि उनके लिए पद या संख्या मायने नहीं रखता है। सीएम ने कहा कि वे अध्यक्ष पद व मुख्यमंत्री पद दोनों छोड़ने के लिए तैयार हैं लेकिन कोई सामने आकर बात करे।
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिन्हें लगता है मैं शिवसेना का नेता नहीं हूं तो मैं अध्यक्ष पद छोड़ने के लिए भी तैयार हूं। पिछले ढाई साल में मैंने कड़ी मेहनत की है, मुख्यमंत्री पद मुझे अचानक मिला।उद्धव ठाकरे ने कहा कि आप संख्या कैसे जमा करते हो इसका मुझपर कोई फर्क नहीं पड़ता। अगर आप में से एक भी विरोध में वोट करता है तो वह भी मेरे लिए शर्मनाक होगा।
महाराष्ट्र में जारी राजनैतिक संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र की जनता से बात की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि विधायक बोलेंगे तो अभी इस्तीफा दे दूंगा। मैं किसी चुनौती पर पीछे हटने वाला नहीं हूं। मेरे साथ गद्दारी न करें शिवसैनिक। मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं लेकिन जो ऐसा चाहते हैं वे सामने आकर बात करें। संकोच है तो फोन पर बात करें। ठाकरे ने यह भी कहा कि मेरे बाद कोई शिव सैनिक मुख्यमंत्री बनेगा तो मुझे खुशी होगी। सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी लगातार मुझे भला-बुरा कह रही है। मैं मुख्यमंत्री पद के लायक नहीं हूं, ऐसा भी बोला जा रहा है। मेरे विधायक नाराज हैं तो मेरे सामने आएं और अपनी बात कहें। मुझे संख्या की चिंता नहीं है, जिसके पास संख्या ज्यादा होती है, वही जीतता है। एनसीपी-कांग्रेस के विधायक बोलें तो भी इस्तीफा दे दूंगा।
महाराष्ट्र में चल रहे राजनीति संकट के बीच शिवसेना नेता एकनाथ ने महाराष्ट्र के राज्यपाल को चिट्ठी भेजी है। दावा किया जा रहा है कि 34 बागी विधायकों के साइन वाली यह चिट्ठी राज्यपाल और डिप्टी स्पीकर और विधानसभा सचिव को भी भेजी है। सूत्रों की मानें तो गुवाहाटी का रेडिसन ब्लू होटल 6 दिनों के लिए बुक किया गया है।
शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने 34 विधायकों के साइन वाला लेटर जारी कर अपनी ताकत दिखाई है। वहीं सूत्रों का कहना है कि सीएम उद्धव ठाकरे फेसबुक लाइव के माध्यम से महाराष्ट्र की जनता से बात करेंगे।
शाम 5 बजे शिवसेना विधायकों की अहम बैठक के बीच भाजपा भी अब खुलकर मैदान में आ गई है। खबर है कि महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल और 4 विधायकों को लेकर एक चार्टर्ड फ्लाइट से असम के गुवाहाटी के लिए रवाना हो गए हैं।
आज शाम 5 बजे मुख्यमंत्री निवास वर्षा में शिवसेना के सभी विधायकों की बैठक बुलाई गई है। जिसके बारे में पार्टी विधायकों को हर हाल में मौजूद रहने का व्हिप जारी किया गया है। इस पर बागी मंत्री एकनाथ शिंदे ने जवाबी ट्वीट किया है। एकनाथ शिंदे ने लिखा कि भारत गोगावाले को शिवसेना विधायक दल का मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया है। इसलिए आज शाम विधायक दल की बैठक के संबंध में सुनील प्रभु द्वारा जारी आदेश अवैध है।
उद्धव ठाकरे सरकार में शिवसेना के 8 मंत्री भले की इमरजेंसी मीटिंग में शामिल नहीं हुए लेकिन जो शामिल हुए, उनका दावा है ताजा घटनाक्रम से सरकार परेशान नहीं है। कैबिनेट बैठक के बाद महाराष्ट्र मंत्री और कांग्रेस नेता नितिन राउत ने कहा कि राजनीतिक चर्चा करने का कोई मतलब नहीं था क्योंकि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। सीएम (जो वीसी के माध्यम से शामिल हुए) के चेहरे पर मुस्कान थी। आप समझ सकते हैं कि वह तनाव में नहीं हैं, इसलिए सरकार भी परेशान नहीं हैं।
महाराष्ट्र में कैबिनेट मीटिंग के क्या चर्चा हुई, यह अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन मीटिंग में शामिल मंत्री का दावा है कि चर्चा सिर्फ एजेंडे पर हुई। महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक को लेकर महाराष्ट्र सरकार में मंत्री असलम शेख ने कहा कि कैबिनेट में हमारे एजेंडे में जो मुद्दे थे सिर्फ उसी पर चर्चा हुई। इसके अलावा किसी भी मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। अब किसके पास क्या संख्या है, ये तो मुझे नहीं पता। महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक के बाद कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री बालासाहेब थोराट ने कहा कि नियमित विषयों जैसे कोविड की स्थिति आदि पर चर्चा हुई...(महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट) इस बारे में कोई चर्चा नहीं हुई।
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कोई कठिनाई नहीं है, सब ठीक हो जाएगा। सरकार पांच साल तक चलती रहेगी। उनका यह बयान ठीक उसके बाद आया है जब शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि जब तक सभी विधायक मुंबई नहीं आ जाते, तब तक कोई निर्णय नहीं होगा। हालांकि माना जा रहा था कि कैबिनेट की आपात बैठक में सीएम उद्धव ठाकरे इस्तीफा दे देंगे लेकिन उन्होंने यह कहकर पैर पीछे खींच लिए कि-देखते हैं आगे क्या होता है।
सूरत से नागपुर लौटे शिवसेना विधायक नितिन देशमुख ने कहा कि वहां 100-150 पुलिसकर्मी मुझे अस्पताल ले गए और नाटक किया कि मुझ पर हमला हुआ है। वे मेरा ऑपरेशन करना चाहते थे। उसी बहाने मुझे नुकसान पहुंचाना चाहते थे। भगवान की कृपा से मैं ठीक हूं। मैं उद्धव ठाकरे के साथ हूं। शिवसेना नेता संजय राउत ने भी कहा है कि नेता काफी डरे हुए हैं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि मेरी अभी शरद पवार से बात हुई है, उन्होंने मुझे कहा कि NCP भी महा विकास अघाडी को समर्थन देती रहेगी...भाजपा पद का प्रलोभन और पैसे की राजनीति करती है। ये देश के भविष्य को खतरे में डाल रही है।
सूत्रों की मानें तो कैबिनेट की मीटिंग में शिवसेना वे 8 मंत्री भी नहीं पहुंचे जो मुंबई में मौजूद हैं। यह पार्टी के लिए और बड़ा झटका है क्योंकि माना जा रहा था कि शिवसेना एकजुट होने का प्रयास कर रही है। आननफानन में पार्टी ने सभी विधायकों को शाम 5 बजे मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास वर्षा पहुंचने के लिए व्हिप जारी किया है। कहा जा रहा है कि जो विधायक नहीं पहुंचेंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।
महाराष्ट्र में कैबिनेट की आपात मीटिंग में विधानसभा भंग करने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। माना जा रहा है कि मीटिंग में शिवसेना के 8 मंत्री नहीं पहुंचे जिसके बाद किसी भी निर्णय को टाल दिया गया है। वहीं राउत ने भी कहा है कि कोई भी निर्णय महाविकास अघाड़ी की मीटिंग के बाद ही लिया जाएगा।
शिवसेना के नेता उद्धव ठाकरे ने मीडिया में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने यह संकेत तो दिए कि ऐसी हालत में विधानसभा भंग की जाती है लेकिन उद्धव ठाकरे के इस्तीफे कुछ भी साफ नहीं कहा। राउत ने कहा कि मैं अभी मुख्यमंत्री आवास जा रहा हूं, सीएम साहब से मुलाकात होगी, चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि यह अग्निपरीक्षा की शुरूआत है लेकिन तब तक कोई निर्णय नहीं होगा, जब तक सारे विधायक मुंबई नहीं पहुंच जाते।