सार

महाराष्ट्र में सरकार बनने का रास्ता साफ दिख रहा है। शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी के समर्थन से बने गठबंधन को 'महाराष्ट्र विकास अघाड़ी' नाम दिया जा रहा है। माना जा रहा है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे राज्य के अगले मुख्यमंत्री बन सकते हैं।

मुंबई. महाराष्ट्र में सरकार बनने का रास्ता साफ दिख रहा है। शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी के समर्थन से बने गठबंधन को 'महाराष्ट्र विकास अघाड़ी' नाम दिया जा रहा है। तीनों पार्टियों का कहना है कि उद्धव ठाकरे राज्य के अगले मुख्यमंत्री बनें। हालांकि, विधायक दल की बैठक में उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद पर अपने नाम के लिए सहमति नहीं दी। माना जा रहा है कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बन सकते हैं। वे विधायक दल के नेता भी हैं।

उधर, कांग्रेस ने भी साफ कर दिया कि मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा। कांग्रेस नेता माणिक राव ठाकरे ने कहा- यह अब लगभग तय हो चुका है कि शिवसेना से ही महाराष्ट्र का अगला सीएम होगा। एनसीपी ने कभी भी मुख्यमंत्री पद की मांग नहीं की।

कल उद्धव ने की थी पवार से मुलाकात
तीनों पार्टी पहली बार गठबंधन करने जा रही हैं। शुक्रवार को तीनों पार्टियों के नेता कॉमन मिनिमन प्रोग्राम पर चर्चा करेंगे और सरकार के गठन का रास्ता साफ करेंगे। इससे पहले गुरुवार देर रात उद्धव ठाकरे एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मिलने उनके घर पहुंचे। इस दौरान आदित्य ठाकरे भी उनके साथ थे। इस बैठक में अजीत पवार और संजय राउत भी मौजूद थे। 

हमने शिवसेना के साथ जाने का फैसला किया-कांग्रेस
इससे पहले कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि फाइनल एजेंडा शुक्रवार को तय हो जाएगा। हम देवेंद्र फडणवीस की गलत सरकार को खत्म करने के लिए शिवसेना के साथ जाना चाहते हैं। 

आज राज्यपाल को विधायकों के समर्थन का सौंपा जा सकता है पत्र
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के शिवसेना को समर्थन देने पर राजी होने के बाद ये कहा जा रहा है कि इस हफ्ते के आखिर तक सरकार भी बन सकती है। इससे पहले संजय राउत ने कहा कि शनिवार को तीनों पार्टियों के विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को सौंपा जाएगा। इसके बाद गठबंधन को आखिरी रूप देने के लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, कांग्रेस और एनसीपी नेताओं के बीच एक बैठक होगी। इस बैठक में एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी मौजूद रह सकते हैं। 

महाराष्ट्र में गठबंधन का क्या है फॉर्मूला 
शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन को 'महा विकास अघाड़ी' नाम दिया गया है। शिवसेना उद्धव ठाकरे को पांच साल मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में है। उधर, कांग्रेस और एनसीपी का एक एक उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता। कहा जा रहा है कि एनसीपी 2.5 साल के लिए मुख्यमंत्री पद चाहती है। इसके अलावा सरकार कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत काम करेगी।

कांग्रेस नेताओं ने सोनिया को किया राजी
इससे पहले गुरुवार सुबह कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक सोनिया गांधी के घर पर हुई। इस दौरान पार्टी के नेताओं ने सोनिया गांधी को शिवसेना को समर्थन देने के लिए राजी किया।