सूत्रों के अनुसार शिव सेना में बगावत के चलते मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस्तीफा देना चाहते थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी घोषणा करने का फैसला किया था, लेकिन शरद पवार के कहने पर उन्होंने ऐसा नहीं किया।
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Maharashtra Crisis Update: शिंदे गुट को SC से 2 राहत, 11 तक अयोग्य नहीं होंगे बागी विधायक
मुंबई. महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई है। बागी शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की तरफ से हरीश साल्वे, जबकि शिवसेना की तरफ से कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी पैरवी पर उतरे हैं। शिंदे गुट के 15 विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में रुख किया है। इसमें डिप्टी स्पीकर को नोटिस को चुनौती दी गई है, जिसमें बागी विधायकों को अयोग्य ठहराया गया है और अजय चौधरी को विधायक दल का नेता बनाना है। दूसरा अपने लिए सिक्योरिटी मांगी है। इस बीच बागी MLAs की सुरक्षा को देखते हुए केंद्र सरकार ने 15 बागी विधायकों को Y प्लस कैटेगरी की सिक्योरिटी दी है। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बागी विधायकों के लिए केंद्र से सिक्यारिटी मांगी थी। उन्होंने राज्य के DIG से भी विधायकों के घरों पर पुलिस तैनात करने को कहा था। इधर, बागी फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं। शिंदे गुट के 51 विधायकों ने सरकार से समर्थन वापस लेने संबंधी चिट्ठी राज्यपाल को लिखी है। इधर, संजय राउत को ED ने एक मामले में नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है।
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सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखे। सभी 39 विधायकों और उनके परिवार की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम उठाए। सरकार यह सुनिश्चित करे कि विधायकों की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचे।
सुप्रीम कोर्ट ने बागी नेता एकनाथ शिंदे के गुट को बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने डिप्टी स्पीकर के नोटिस पर 11 जुलाई शाम 5:30 बजे तक रोक लगा दिया है, तब तक यथास्थिति बरकरार रहेगी। डिप्टी स्पीकर ने आज शाम तक जवाब मांगा था।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई- शिंदे गुट ने तर्क दिया कि डिप्टी स्पीकर ने सदस्यता रद्द करने का जो नोटिस दिया गया है, वो संवैधानिक नहीं है। शिंदे गुट ने कहा कि उन्हें धमकाया जा रहा है, प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। यह उनके अधिकारों का हनन है। ऐसे में वो आर्टिकल 32 के तहत सीधे सुप्रीम कोर्ट आ सकते हैं। शिंदे गुट ने तर्क दिया कि जब स्पीकर को हटाए जाने का प्रस्ताव पेंडिंग हो, तब मौजूदा विधायकों को अयोग्य घोषित करके विधानसभा में बदलाव करना आर्टिकल 179 (C) का उल्लंघन माना जाएगा। नोटिस भेजने में डिप्टी स्पीकर ने जल्दबाजी की।
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने धमकी वाली बात पर कहा कि इसका पता लगाने उनके कोई साधन नहीं हैं। अगर डिप्टी स्पीकर ने नोटिस में कम समय दिया, तो उसके लिए सामने आना था। डिप्टी स्पीकर के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि वकील के जरिये विधायको को नोटिस भेज गया। रजिस्टर्ड डाक से नहीं। सुप्रीम कोर्ट ने डिप्टी स्पीकर से हलफनामा पेश करने को कहा है।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई- शिंदे गुट ने तर्क दिया कि डिप्टी स्पीकर ने सदस्यता रद्द करने का जो नोटिस दिया गया है, वो संवैधानिक नहीं है। शिंदे गुट ने कहा कि उन्हें धमकाया जा रहा है, प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। यह उनके अधिकारों का हनन है। ऐसे में वो आर्टिकल 32 के तहत सीधे सुप्रीम कोर्ट आ सकते हैं। शिंदे गुट ने तर्क दिया कि जब स्पीकर को हटाए जाने का प्रस्ताव पेंडिंग हो, तब मौजूदा विधायकों को अयोग्य घोषित करके विधानसभा में बदलाव करना आर्टिकल 179 (C) का उल्लंघन माना जाएगा। नोटिस भेजने में डिप्टी स्पीकर ने जल्दबाजी की।
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने धमकी वाली बात पर कहा कि इसका पता लगाने उनके कोई साधन नहीं हैं। अगर डिप्टी स्पीकर ने नोटिस में कम समय दिया, तो उसके लिए सामने आना था।
सुप्रीम कोर्ट में उद्धव ठाकरे के वकील कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने तर्क दिया कि स्पीकर का फैसला रोका नहीं जा सकता है। यह सदन का आंतरिक मामला है।
प्रवर्तन निदेशालय(ED) से समन मिलने पर संजय राउत ने tweet करके कहा कि वे बाला साहेब के शिवसैनिक वाली लड़ाई लड़ रहे हैं। यह उन्हें रोकने की कोशिश है। अगर उनका सिर भी काट दिया जाए,तब भी गुवाहाटी वाला रास्ता नहीं अपनाएंगे। राउत ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार करो। जय हिंद।
सुप्रीम कोर्ट मे सुनवाई-शिंदे गुट की तरफ से सीनियर एडवोकेट नीरज किशन कौल ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि स्पीकर के खिलाफ प्रस्ताव लंबित हो तो वे विधायकों की अयोग्यता पर विचार नहीं कर सकते हैं। वहीं, नोटिस जारी करने परजवाब के लिए पर्याप्त समय देना चाहिए। कौल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे मामलों में पहले भी आदेश दिए हैं। जस्टिस सूर्य कांत ने पूछा कि आप हाई कोर्ट क्यों नहीं गए?
संजय राउत को ED से नोटिस मिलने के कुछ देर बाद ही उद्धव ने बागी एकनाथ शिंदे समेत 9 मंत्रियों से विभाग छीन लिए हैं। एकनाथ शिंदे का विभाग अनिल देसाई को सौंपा गया है। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने संजय राउत को 28 जून को तलब किया है। ईडी ने प्रवीण राउत और पात्रा चावल भूमि घोटाला मामले में उन्हें तलब किया है।
महाराष्ट्र में जारी घमासान के बीच ईडी ने शिवसेना सांसद संजय राउत को समन भेजा है। ईडी ने कल प्रवीण राउत और पात्रा चावल भूमि घोटाला मामले में उन्हें तलब किया है। ईडी ने उनकी कुछ संपत्तियां जब्त की थीं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने संजय राउत को 28 जून को तलब किया है।
महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच एकनाथ शिंदे गुट ने सुप्रीम कोर्ट में दर्ज याचिका में सरकार से समर्थन वापसी का जिक्र किया है। सुनवाई का लाइव टेलीकास्ट गुवाहाटी में मौजूद बागी विधायक भी देख सकेंगे। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले बीजेपी के कुछ विधायक आशीष शेलार आदि देवेंद्र फडणवीस के घर पहुंचे थे।
शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे के समर्थक ठाणे में उनके आवास के बाहर जमा हो गए। सुप्रीम कोर्ट महाराष्ट्र के बागी विधायकों के खिलाफ डिप्टी स्पीकर द्वारा जारी अयोग्यता नोटिस के खिलाफ एकनाथ शिंदे की याचिका पर सुनवाई कर रहा है।
शिवसेना के बागी MLAs ने महा अघाड़ी सरकार (MVA) सरकार से अपना समर्थन वापस लिया। एकनाथ शिंदे गुट ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को चिट्ठी लिखकर दी जानकारी।
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए दोपहर 2 बजे गुवाहाटी के होटल में बैठक बुलाई है। इस बीच शिवसेना नेता सुनील राउत ने बयान दिया है-मैं गुवाहाटी क्यों जाऊं? मैं गोवा जा सकता हूं। गुवाहाटी में क्या गद्दारों का चेहरा देखने जाऊंगा। मैं शिवसेना का आदमी हूं। मैं अपने आखिरी क्षण तक शिवसेना में ही रहूंगा और शिवसेना का ही काम करूंगा। अब जितने लोग बचे हैं हम उनसे ही महाराष्ट्र में शिवसेना बढ़ाएंगे।
एकनाथ शिंदे और शिवसेना के अन्य बागी विधायकों के खिलाफ अपने आधिकारिक कर्तव्यों की उपेक्षा करने के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर हुई है और उन्हें कार्यालय फिर से शुरू करने के निर्देश देने की मांग की गई है।
इधर, बागी एकनाथ शिंदे के समर्थक भी अब आगे आने लगे हैं। ठाणे में शिंदे समर्थक शक्ति प्रदर्शन करने जा रहे हैं। इसे देखते हुए पुलिस हाईअलर्ट पर है। बता दें कि शिवसैनिकों ने बागी विधायकों के दफ्तरों-घरों पर हमले किए थे।
शिवसेना नेता संजय राउत अपने पुराने बयान से पलटे-सोमवार की सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्यसभा सांसद ने कहा कि कहा कि पार्टी से भागने वालों का जमीर मर गया है। उन्होंने अपने आपत्तिजनक बयान कि गुवाहाटी से 40 विधायकों की बॉडी मुंबई आएगी पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि विधायकों की आत्मा मर चुकी है, वो जिंदा लाश की तरह हैं।
कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवसेना के बागी विधायक राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ज्वाइन कर सकते हैं। दरअसल, एकनाथ शिंदे के पास दो तिहाई, यानी 37 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है, बावजूद विधानसभा में अलग पार्टी की मान्यता मिलने में रोड़ा है। अगर बागी गुट राष्ट्रपति चुनाव से पहले इसका हल निकालना चाहता है, तो उसके लिए यह आसान रास्ता होगा।
महाराष्ट्र के बागी शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में विधायकों की एक बैठक बुलाई है। बता दें कि महाराष्ट्र की राजनीति का मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है।
महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक घमासान के बीच केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने महाराष्ट्र में BJP की सरकार बनने के संकेत दिए हैं। इससे पहले दानवे कहा था कि महाविकास अघाड़ी सरकार 2-3 दिन और चलेगी।