सार

भारत को एक और कोरोना वैक्सीन मिलने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक DCGI ने मॉर्डना वैक्सीन को अप्रूवल देने की तैयारी कर ली है। अमेरिका की वैक्सीन निर्माता कंपनी मॉडर्ना का दावा रहा है कि उनका टीका 12-17 साल के बच्चों पर अत्यधिक प्रभावी है।

नई दिल्ली.  ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना की वैक्सीन को मंजूरी देने जा रही है। सूत्रों के अनुसार, इस संबंध में जल्द फैसला आ सकता है। बता दें कि मॉडर्ना का दावा है कि उनका टीका 12-17 साल के बच्चों पर अत्यधिक प्रभावी है। कंपनी ने अमेरिका और अन्य देशों में जून की शुरुआत में वैक्सीन के अप्रूवल के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू की थी। मॉडर्ना फाइजर के बाद बच्चों पर प्रभावी वैक्सीन का दावा करने वाली दूसरी वैक्सीन है।

फाइजर को मिल चुकी अनुमति
इससे पहले वैक्सीन निर्माता फाइजर-बायोएनटेक ने दावा किया था कि उनका टीका 12 से 15 साल के बच्चों पर भी असरदार है। इतना ही नहीं कंपनी ने कहा था कि उनकी वैक्सीन का बच्चों पर कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। कंपनी ने कहा था कि अमेरिका में वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल में 2,250 बच्चों को टीका लगाया गया था। कंपनी का दावा है कि बच्चों को वैक्सीन दिए जाने के बाद यह 100% असरदार रही। वैक्सीन के ट्रायल अक्टूबर 2020 में शुरू किए गए थे।

अमेरिका और कनाडा में मिल चुकी मंजूरी
अमेरिका और कनाडा बच्चों को वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी दे चुका है। दोनों देशों ने फाइजर की वैक्सीन 12 से 15 साल के बच्चों पर इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी है। फाइजर 16 साल से अधिक उम्र को पहले ही वैक्सीन लगा रही थी।

भारत में भी मिली क्लीनिकल ट्रायल को मंजूरी
इससे पहले भारत में भी ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने 2-18 आयु वर्ग में COVAXIN के दूसरे और तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल को मंजूरी दी थी। 

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