सार
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने के दौरान कश्मीरी कविता का जिक्र किया। इसके बाद उन्होंने इसका हिंदी में मतलब भी बताया। उन्होंने कहा हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसा, हमारा वतन डल में खिलते हुए कमल जैसा, नौजवानों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन, तेरा वतन, हमारा वतन, दुनिया का सबसे प्यारा वतन।
नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करने के दौरान कश्मीरी कविता का जिक्र किया। इसके बाद उन्होंने इसका हिंदी में मतलब भी बताया। उन्होंने कहा हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसा, हमारा वतन डल में खिलते हुए कमल जैसा, नौजवानों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन, तेरा वतन, हमारा वतन, दुनिया का सबसे प्यारा वतन। यह कविता कश्मीर के मशहूर कवि दीनानाथ कौल की है।
3 प्रमुख स्तंभों पर खड़ा है बजट
वित्त मंत्री ने कहा, भविष्य के भारत की रूपरेखा खींचते हुए बजट तीन प्रमुख स्तंभों पर खड़ा है। उन्होंने कहा कि डिजिटल रिवॉल्युशन, नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर और सोशल सिक्योरिटी को बढ़ाने की भावना पर बजट आधारित है।
GST रेट घठने से हर परिवार की बचत हुई
बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने कहा, जीएसटी रेट घटने से हर परिवार को हर महीने औसतन 4% की बचत हो रही है। जीएसटी ने कुछ चुनौतियों का भी सामना किया। हमने 60 लाख से ज्यादा नए टैक्सपेयर को जोड़ा है। बजट सुनने के लिए निर्मला सीतारमण के पिता समान मामा, उनके चचेरे भाई और बिटिया पहुंचे।
पुलिस यूनिवर्सिटी खोलने का प्रस्ताव
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि मार्च 2021 तक 150 उच्च शिक्षण संस्थान शुरू हो जाएंगे। इन संस्थानों में स्किल्ड प्रशिक्षण दिया जाएगा। क्वालिटी एजुकेशन के लिए डिग्री लेवल ऑनलाइन स्कीम शुरू किया जाएगा। इसके अलावा नेशनल पुलिस यूनिवर्सिटी का प्रस्ताव रखा गया है।