सार
दुनिया के 200 से ज्यादा देश कोरोना वायरस की चपेट में हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों में कोरोना से हाहाकार मचा है। लेकिन भारत में स्थिति काबू में दिख रही है। इसके पीछे केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को बताया जा रहा है।
नई दिल्ली. दुनिया के 200 से ज्यादा देश कोरोना वायरस की चपेट में हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों में कोरोना से हाहाकार मचा है। लेकिन भारत में स्थिति काबू में दिख रही है। इसके पीछे केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को बताया जा रहा है। भारत में अब तक जिस तरह से कोरोना के खिलाफ कदम उठाए हैं, उससे विश्व स्तर पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की तारीफ हो रही है। अब भारत की जनता का भी यही मानना है कि भारत कोरोना से बहुत असरदार तरीके से निपट रही है। यह बात सर्वे में सामने आई है।
IANS-C voter कोविड-19 ट्रैकर ने एक सर्वे किया। इसके मुताबिक, 93.5% भारतीय नागरिकों का मानना है कि भारत सरकार कोरोना से अच्छे से निपट रही है। इस सर्वे के मुताबिक, लॉकडाउन से पहले 76.8% लोग मोदी सरकार पर भरोसा जता रहे थे। लेकिन लॉकडाउन के बाद अब यह आंकड़ा 93.5% कर बढ़ गया है।
सरकार के कदमों से खुश हैं लोग
सर्वे के मुताबिक, 21 अप्रैल तक 93.5% भारतीयों का मानना है कि सरकार कोरोना संकट से प्रभावी तौर पर निपट रही है। ये लोग सरकार के कदमों से खुश हैं।
सर्वे में क्या कहा गया?
आईएएनएस-सीवोटर के 16 मार्च से 21 अप्रैल तक सर्वे किया था। इसमें लोगों के सामने यह वाक्य रखा गया, 'मुझे लगता है कि सरकार कोरोना वायरस के संकट से अच्छी तरह से निपट रही है।' 16 मार्च को 75.8% लोगों ने हां में उत्तर देकर कहा कि उन्हें सरकार पर भरोसा है। लेकिन लॉकडाउन के ऐलान के बाद ऐसा मानने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हुआ।
वैश्विक स्तर पर भी चमकी पीएम मोदी की छवि
इससे पहले अमेरिका की ग्लोबल डेटा इंटेलिजेंस कंपनी मॉर्निंग कनसल्ट पॉलिटिकल इंटेलिजेंस ने मंगलवार को पीएम मोदी को कोरोना से जंग में सर्वश्रेष्ठ राष्ट्रप्रमुख बताया। इसके मुताबिक, 14 अप्रैल को पीएम मोदी का 68 अप्रूवल प्वॉइंट्स हैं, जो कि साल की शुरुआत में 62 था। यानी मोदी की लोकप्रियता में 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को माइनस 3 अप्रूवल रेटिंग मिली है।
इस रेटिंग के लिए 1 जनवरी 2020 से 14 अप्रैल 2020 तक लोगों से दुनिया के दूसरे नेताओं से संबंधित सवाल पूछे गए। जैसे की इस संकट की घड़ी में किस नेता ने सबसे अच्छा काम किया है? किस नेता पर कितना भरोसा है? किस नेता की रणनीति उन्हें पसंद आई? हर रोज औसत 447 इंटरव्यू लिए गए। गृह मंत्री अमित शाह ने इस रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी।