सार
प्रदूषण कम करने और लोगों में रिन्यूएबल एनर्जी के प्रति जागरूरता फैलाने के उद्देश्य से पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा 23 दिसंबर को दिल्ली में डांस कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। डांस से बिजली बनेगी, जिससे इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज होगा।
नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़ियों के चलते होने वाले प्रदूषण से शहर से लेकर गांव तक की हवा जहरीली हो रही है। दूसरी ओर भारत अपनी जरूरत का अधिकतर पेट्रोल-डीजल दूसरे देशों से खरीदता है, जिससे आयात बिल बढ़ता है। प्रदूषण कम करने और पेट्रोल-डीजल का आयात घटाने के लिए सरकार इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ावा दे रही है।
इसी क्रम में पेट्रोलियम मंत्रालय ने अनोखी पहल की है। मंत्रालय की ओर से एक डांस इवेंट आयोजित किया जाएगा। लोग स्टेज पर डांस करेंगे, जिससे बिजली पैदा होगी और उससे इलेक्ट्रिक कार चार्ज किया जाएगा। इस आयोजन का उद्देश्य लोगों में रिन्यूएबल एनर्जी के प्रति जागरूरता फैलाना है।
23 दिसंबर को आयोजित होगा कार्यक्रम
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा 23 दिसंबर को दिल्ली के इंडिया गेट के पास स्थित नेशनल स्टेडियम में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसे डांस 'टू डीकार्बोनाइज' (Dance to Decarbonise) नाम दिया गया है। इस कार्यक्रम को फरवरी 2022 में बैंगलोर में आयोजित होने वाले भारत ऊर्जा सप्ताह के रन अप के रूप में आयोजित किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें- भारत में कोरोना नहीं ढा सकता चीन जैसा कहर, टीकाकरण और हर्ड इम्यूनिटी समेत ये हैं तीन मुख्य वजह
कार्यक्रम के लिए स्टेट ऑफ द आर्ट डांस प्लोर तैयार किया गया है। इस अत्याधुनिक मंच पर लोग डांस करेंगे। इसके लिए बेहतरीन साउंड सिस्टम भी लगाया गया है। मंच में ऐसा सिस्टम लगाया गया है कि डांस के दौरान लोगों के मूवमेंट से बिजली बनेगी। इस बिजली से एक ई-ऑटो रिक्शा और एक एसयूवी कार को चार्ज किया जाएगा।
यह भी पढ़ें- Weather Report: उत्तरभारत में कोहरा छाए रहने का अलर्ट, कश्मीर में 'चिल्लाई कलां' की शुरुआत, डल झील जमी
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री, संसद सदस्य, एमओपी और एनजी के अधिकारी, विदेशों के राजदूत/राजनयिक, चुनिंदा उद्योगों के सीईओ/वरिष्ठ अधिकारी, ईवी निर्माता, प्रमुख एयरलाइंस अधिकारी, तेल पीएसयू सहयोगी सहित उद्योग जगत के गणमान्य व्यक्ति भाग लेंगे। गौरतलब है कि भारत ने 2070 तक जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है। इसके लिए रिन्यूएबल एनर्जी के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए सोलर एनर्जी और विंड एनर्जी से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर काम हो रहा है।