सार
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अक्टूबर में यहां पुलिस DG (Prisons) हेमंत के लोहिया की हत्या के आरोपी घरेलू सहायक के खिलाफ बुधवार को आरोप पत्र दायर किया। जम्मू की स्पेशल क्राइम विंग की SIT ने अदालत में रामबन जिले के रहने वाले यासिर अहमद के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया।
जम्मू(Jammu). जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अक्टूबर में यहां पुलिस DG (कारागार-Prisons) हेमंत के लोहिया( Hemant K Lohia) की हत्या के आरोपी घरेलू सहायक( domestic help) के खिलाफ बुधवार को आरोप पत्र दायर किया। एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि क्राइम ब्रांच जम्मू की स्पेशल क्राइम विंग की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने अदालत में रामबन जिले के रहने वाले यासिर अहमद के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया। पढ़िए आखिर हुआ क्या था?
1992 बैच के IPS की अपने दोस्त के घर में हुई थी हत्या, पढ़िए 12 बड़ी बातें
1.1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हेमंत के लोहिया अक्टूबर में जम्मू के बाहरी इलाके में अपने दोस्त के घर पर मृत पाए गए थे। उनके घरेलू सहायक यासिर अहमद को बाद में अधिकारी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
2. प्रारंभ में, 3 अक्टूबर को जम्मू के बाहरी इलाके में दोमाना पुलिस स्टेशन में एक मामला दर्ज किया गया था और बाद में मामले की जांच 12 अक्टूबर को पुलिस मुख्यालय द्वारा अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दी गई थी।
3. मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आगे की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। प्रवक्ता ने कहा, "जांच के दौरान, सभी ठोस सबूत (मौखिक, दस्तावेजी, परिस्थितिजन्य, विशेषज्ञ और तकनीकी) एसआईटी द्वारा एकत्र किए गए थे।
4. पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि इसके अलावा, गुजरात के डीएफएसएल गांधीनगर में आरोपी का नार्को एनालिसिस टेस्ट भी किया गया था।
5. सबूतों के आधार पर, आरोपी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 201 (अपराध के साक्ष्य को मिटाना) और शस्त्र अधिनियम के प्रावधानों के तहत आरोप लगाया गया है।
6. पुलिस प्रवक्ता ने कहा, "आरोपी के खिलाफ न्यायिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए आरोप पत्र( charge sheet) अदालत में पेश किया जाता है।"
7. हेमंत के लोहिया 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। वह जम्मू-कश्मीर के जेल महानिदेशक थे। वह 57 वर्ष के थे। एचके लोहिया को अगस्त में केंद्र शासित प्रदेश में जेलों के महानिदेशक के रूप में पदोन्नत और नियुक्त किया गया था।
8. लोहिया का तीन दशक लंबा शानदार करियर रहा था। उन्होंने एक बार श्रीनगर के लाल चौक पर एक आत्मघाती हमले को रोका था। जेल के महानिदेशक के रूप में नियुक्त होने से पहले उन्होंने कई आतंकवाद विरोधी अभियानों में भाग लिया।
9. लोहिया का जन्म 17 जनवरी 1965 को हुआ था। उनके पिता का नाम श्याम सुंदर लोहिया था। उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा में शामिल होने से पहले कानून का अध्ययन किया।
8.पुलिस को पहले से ही यासिर अहमद पर शक था। वो घटना के बाद भाग गया था। हालांकि बाद में पकड़ा गया। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद कहा था कि लोहिया पर हमला करने से पहले वह अपने सूजे हुए पैर पर किसी तरह का तेल लगा रहे थे।
9. आरोपी ने लोहिया की गला दबा कर हत्या की थी फिर टूटी बोतल से उनका गला रेतकर शव को आग आग लगा दी थी।
10.इस हत्या की जिम्मेदारी कथिततौरपर आतंकी संगठन पीएएफएफ (Peoples Anti Fascist Force) ने ली थी। इस संबंध में कथितौर पर एक लेटर सामने आया था। यह संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ है। अमित शाह ने इस संबंध में रिपोर्ट ली थी। हत्या के करीब 10 घंटे बाद यानी मंगलवार सुबह आतंकी संगठन पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने लोहिया की हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
11. ADG (जम्मू क्षेत्र) मुकेश सिंह ने कहा था कि घरेलू सहायक यासिर अहमद घटना के बाद से गायब हो गया था। यासिर CCTV में भागता हुआ नजर आया था।
12.जम्मू-कश्मीर पुलिस के टॉप अधिकारियों के अनुसार, आरोपी यासिर अपने व्यवहार में आक्रामक(aggressive behaviour) था और अवसाद(depression) से भी पीड़ित है।
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