सार

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन से अभी तक छह फ्लाइट से 1400 लोग भारत लाए गए हैं। लगभग 8000 भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं। 

नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग (Russia Ukraine War) के चलते यूक्रेन में फंसे हजारों भारतीय नागरिकों की जान संकट में फंस गई थी। भारत सरकार यूक्रेन से लोगों को निकालकर सुरक्षित लाने के लिए ऑपरेशन गंगा चला रही है। इसके तहत अब तक छह फ्लाइट से 1400 लोग भारत आ गए हैं। 8000 भारतीयों ने यूक्रेन छोड़ दिया है। 

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन से अभी तक छह फ्लाइट से 1400 लोग भारत लाए गए हैं। चार उड़ानें बुखारेस्ट (रोमानिया) से और दो उड़ानें बुडापेस्ट (हंगरी) से आ चुकी हैं। यूक्रेन की स्थिति चिंताजनक है। हम अपनी निकासी प्रक्रिया में तेजी लाने में सक्षम हैं। 

अरिंदम बागची ने कहा कि संघर्ष शुरू होने के बाद से लगभग 8000 भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं। यूक्रेन की सीमा से लगे 4 देशों में विशेष दूत तैनात करने का निर्णय लिया गया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया, किरेन रिजिजू स्लोवाक गणराज्य, हरदीपपुरी हंगरी और वीके सिंह पोलैंड जाएंगे। सभी मंत्री समन्वय और निकासी प्रक्रिया की निगरानी करेंगे।

संकट में पड़ा कोई भारतीय पीछे नहीं रहेगा
वहीं, केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि यदि कोई भारतीय संकट में पड़ता है तो वह पीछे नहीं रहेगा। युद्ध क्षेत्र में दोनों तरफ प्रतिबंध, भ्रम और उत्तेजित सीमा रक्षक होंगे। यदि आपमें धैर्य नहीं है और निर्देशों का पालन नहीं किया गया तो चीजें गलत हो सकती हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का दर्शन है कि भले ही आप मंगल ग्रह पर फंसे हों, भारतीय दूतावास आपकी मदद करेगा। प्रधानमंत्री अपनी सोच में दूरदर्शी हैं और उन्होंने यूक्रेन की सीमा से लगे देशों में 4 मंत्रियों को भेजने का फैसला किया ताकि भारतीय नागरिकों को निकालने में बेहतर समन्वय स्थापित किया जा सके।

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ट्रेनों से पश्चिमी यूक्रेन पहुंचें छात्र, पासपोर्ट और पर्याप्त कैश साथ रखें
बता दें कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए सरकार ने एडवाइजरी जारी की है। यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने 28 फरवरी 2022 को जारी की गई एडवाइजारी में उन्हें रेलवे स्टेशनों पर जाने की सलाह दी है। इसमें कहा गया है कि कीव में वीकेंड कर्फ्यू हट चुका है। सभी छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे पश्चिमी हिस्से की तरफ जाने के लिए रेलवे स्टेशनों का रुख करें। यूक्रेन रेलवे लोगों को निकालने के लिए स्पेशल ट्रेनें चला रहा है। 

एडवाइजरी में बताया गया है कि भारतीय लोग और छात्र शांति से और एकजुट होकर रहें। रेलवे स्टेशनों में भारी भीड़ हो सकती है, इसलिए सलाह दी जाती है कि छात्र धैर्य रखें और रेलवे स्टेशनों पर उग्र व्यवहार नहीं करें। जो स्थिति है, उसमें ट्रेनें लेट भी हो सकती हैं, ऐन मौके पर कैंसिल भी हो सकती हैं और इनकी लंबी कतारें हो सकती हैं। भारतीय छात्र अपना पासपोर्ट, पर्याप्त मात्रा में नकदी, खाने का सामान साथ रखें और अपने सामान के प्रति सचेत रहें। एडवाइजरी में भारतीय छात्रों से कहा गया है कि यूक्रेन के नागरिक और अधिकारी, दोनों ही भारतीय लोगों को निकासी में मदद कर रहे हैं। ऐसे संकट के समय भावनाओं पर नियंत्रण रखें।

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