सार
अपने दो दिवसीय भारत दौरे पर पहुंचे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने शुक्रवार(22 अप्रैल) को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) से दोनों देशों के हितों से जुड़े तमाम बड़े मुद्दों पर बातचीत की। जॉनसन 21 अप्रैल को सबसे पहले गुजरात पहुंचे थे। यहां उन्होंने साबरमती आश्रम में चरखा चलाया था और बापू को श्रद्धांजलि दी थी।
नई दिल्ली. ब्रिटेन और भारत अपने रिश्तों को और मजबूती देने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसी सिलसिले में अपने दो दिवसीय भारत दौरे पर पहुंचे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने शुक्रवार(22 अप्रैल) को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) से दोनों देशों के हितों से जुड़े तमाम बड़े मुद्दों पर बातचीत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन की दिल्ली के हैदराबाद हाउस में बातचीत हुई। जॉनसन 21 अप्रैल को सबसे पहले गुजरात पहुंचे थे। यहां उन्होंने साबरमती आश्रम में चरखा चलाया था और बापू को श्रद्धांजलि दी थी। जॉनसन गुजरात की विजिट के बाद गुरुवार देर रात दिल्ली पहुंचे थे। यहां मोदी के साथ बातचीत में कई आपसी मुद्दों के अलावा सुरक्षा से जुड़े विषयों पर भी चर्चा हुई। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की अगवानी की। बोरिस जॉनसन ने दिल्ली में कहा, "शानदार स्वागत के लिए धन्यवाद। मुझे नहीं लगता कि चीजें हमारे (भारत-यूके) बीच पहले उतनी मजबूत या अच्छी रही हैं, जितनी अब हैं।"
UPDATE: बोरिस जॉनसन की दिल्ली विजिट के दौरान संयुक्त बयान
बोरिस जॉनसन ने कहा-हिंद-प्रशांत क्षेत्र को मुक्त, खुला और नियम-आधारित रखने में दोनों देशों का साझा हित है। दोनों देश वायु, अंतरिक्ष और समुद्री खतरों से निपटने के लिए सहमत हुए हैं। हम स्थायी, घरेलू ऊर्जा के लिए कदम उठाएंगे। इस यात्रा ने दोनों देशों के संबंधों को गहरा किया है। आज हमारी शानदार बातचीत हुई और हमने अपने रिश्ते को हर तरह से मजबूत किया है। भारत और ब्रिटेन के बीच साझेदारी हमारे समय की परिभाषित दोस्ती में से एक है। ब्रिटेन नौकरशाही को कम करने और रक्षा खरीद के लिए डिलीवरी के समय को कम करने के लिए एक भारत विशिष्ट खुला सामान्य निर्यात लाइसेंस बना रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा-हमने यूक्रेन में तुरंत युद्धविराम और समस्या के समाधान के लिए डायलॉग और डिप्लोमेसी पर बल दिया। हमने सभी देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान का महत्त्व भी दोहराया। आज हमने अपनी जलवायु और उर्जा पार्टनरशिप को और अधिक गहन करने का निर्णय लिया। हम UK को भारत के राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं। पिछले साल हमने दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी की भी स्थापना की। हमने रोडमैप 2030 को भी लांच किया था। FTA के विषय में दोनों देशों की टीम काम कर रही है और बातचीत में प्रगति हो रही है। हमने इस साल के अंत तक FTA के समापन का निर्णय लिया है। मैं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का भारत में स्वागत करता हूं। 'आजादी का अमृत महोत्सव' के दौरान प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की भारत यात्रा ऐतिहासिक है।
इससे पहले जॉनसन ने एक tweet करके लिखा था कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में होना शानदार है। जॉनसन ने यह भी लिखा कि उन्हें इस बात की अपार संभावनाएं नजर आती हैं कि दोनों महान देश मिलकर क्या हासिल कर सकते हैं। हमारी पावरहाउस साझेदारी(ताकतवर दोस्ती) रोजगार, विकास और अवसर प्रदान कर रही है। मैं आने वाले दिनों में इस साझेदारी को मजबूत करने की आशा करता हूं।
साबरमती आश्रम में बोरिस जॉनसन ने चरखा चलाया
गुजरात पहुंचते ही बोरिस जॉनसन साबरमती आश्रम गए थे। यहां बापू के चित्र पर माल्यार्पण किया। इसके बाद उन्होंने चरखा चलाकर सूत काता। जॉनसन ने यहां विजिटर बुक में लिखा- "इस असाधारण व्यक्ति के आश्रम में आना एक बहुत बड़ा सौभाग्य है। यह समझने के लिए कि कैसे उन्होंने सच्चाई और अहिंसा के ऐसे सरल सिद्धांतों को बेहतर बनाने के लिए दुनिया को बदलने के लिए प्रेरित किया।"
जॉनसन की JCB की सवारी मीडिया पर छाई रही
बोरिस जॉनसन गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल के साथ पंचमहल स्थित एक जेसीबी कारखाने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने जेसीबी की सवारी की। वह कूदकर जेसीबी पर चढ़ गए और सीट पर बैठकर स्टेयरिंग को हाथ लगाया। कुछ देर तक उन्होंने जेसीबी के केबिन का जायजा लिया उनकी यह तस्वीर मीडिया पर छाई हुई है।
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