सार
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और बिहार में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दिल्ली में शीत लहर का प्रकोप मंगलवार रात तक जारी रहेगा।
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के चलते दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तरप्रदेश और बिहार में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। शीतलहर के चलते लोग घरों में दुबके रहे। दिल्ली में शीत लहर का प्रकोप मंगलवार रात तक जारी रहेगा।
मौसम विभाग के अनुसार 22 दिसंबर से दो पश्चिमी विक्षोभ और उत्तर पश्चिमी हवाओं की गति धीमी होने के चलते न्यूनतम तापमान में वृद्धि होगी। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान में न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस के करीब दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में 20-21 दिसंबर को गंभीर शीतलहर की भविष्यवाणी की है। हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को भी कड़ाके की ठंड पड़ेगी।
राजस्थान में पड़ सकता है घना कोहरा
मौसम विभाग के अनुसार 23-25 दिसंबर तक पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों और 24-25 दिसंबर को पश्चिमी राजस्थान में घना कोहरा पड़ सकता है। स्काईमेट वेदर के अनुसार पश्चिमी हिमाचल प्रदेश की तरफ एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसके चलते दिल्ली में 26-27 दिसंबर को बारिश हो सकती है।
राजस्थान में सीकर जिले के फतेहपुर में सोमवार को न्यूनतम तापमान माइनस 5.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रविवार को न्यूनतम तापमान माइनस 3 डिग्री दर्ज किया गया था। पंजाब के अमृतसर में सोमवार को न्यूनतम तापमान 0.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा के हिसार में न्यूनतम तापमान माइनस 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। झारखंड के रांची से सटे मैकलुस्कीगंज में न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री तक गिर गया।
कश्मीर घाटी में चिले कलां शुरू
कश्मीर घाटी में मंगलवार से चिले कलां शुरू हो गया है। यह 40 दिन तक चलेगा और 31 जनवरी को समाप्त होगा। कश्मीर में इस अवधि को सर्दियों का सबसे कठोर समय माना जाता है। इस दौरान बर्फबारी अधिक होती है और न्यूनतम तापमान लगातार माइनस से नीचे बना रहता है। चिले कलां शुरू होने से पहले ही सोमवार को न्यूनतम तापमान माइनस 6 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था।
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