सार
सूरत के हीरा कारोबारी रमेश भालानी की बेटी दृष्टि की रविवार को शादी थी। बेटी के विवाह में पिता रमेश भालानी ने कन्यादान में 1.50 लाख रुपए दिए थे। दृष्टि ने इ पैसों को राम मंदिर के लिए दान कर दिए। उससे प्रेरित होकर मेहमानों ने भी राम मंदिर निर्माण में योगदान दिया।
सूरत (गुजरात). राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 15 जनवरी से चंदा लेना शुरू कर दिया है। विश्व हिंदू परिषद के लाखों कार्यकार्ता लोगों के घर-घर जाकर राशि इकट्ठा कर रहे हैं। इस अभियान को राम मंदिर निधि संकल्प संग्रह अभियान नाम दिया गया है। देश के राष्ट्रपति से लेकर कई नेता अब तक चंदा दे चुके हैं। वहीं इसी बीच गुजरात के सूरत से एक अनोखे राम भक्त की कहानी सामने आई है, जहां एक दुल्हन ने उसकी शादी में कन्यादान में मिले डेढ़ लाख रुपए मंदिर के निर्माण में दान दे दिया है।
दुल्हन ने पिता के तौहफे को भागवान के लिए दान किया
दरअसल, सूरत के हीरा कारोबारी रमेश भालानी की बेटी दृष्टि की रविवार को शादी थी। जहां दुल्हन ने लूम्स के कारोबारी सिद्धार्थ के साथ शादी के सात फेरे लिए। बेटी के विवाह में पिता रमेश भालानी ने कन्यादान में 1.50 लाख रुपए दिए थे। दृष्टि ने इ पैसों को राम मंदिर के लिए दान कर दिए। इतना ही नहीं जब दृष्टि ने शादी में यह रुपए दान किए तो उससे प्रेरित होकर मेहमानों ने भी राम मंदिर निर्माण में योगदान दिया।
'जब अयोध्या जाऊंगी शादी की याद आ जाएगी'
कन्यादान में 1.50 लाख रुपए दान करने के बाद दृष्टि ने कहा कि आज वह समय आ गया है, जिसकी हम सालों से बात करते थे। कब भगवान राम मंदिर के मंदिर का निर्माण होगा। अब यह शुभ काम होने जा रहा है तो सबको सहयोग करना चाहिए। मैंने जो दान दिया वह परिवार के लिए गर्व की बात है। क्योंकि मुझे अपने पापा से मुझे प्रेरणा मिली है, इसलिए मैंने वह किया जो मुझसे हो सकता था। हालांकि, मैंने ऐसा कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे यह मौका मिलेगा। अब जब यह अवसर मिला तो इसका लाभ लिया। जब कभी भी में अयोध्या जाकर भगवान राम के दर्शन करूंगी, तो मुझे मेरी शादी की याद आ जाएगी।
3 दिन में आए 31 करोड़, एक व्यपारी ने दिए 11 करोड़
बता दें कि गुजरात और सूरत में यहां के लोग राम मंदिर निर्माण में दान देने के लिए आगे आ रहे हैं। रोजाना यहां से करोड़ों रुपए का दान दिया जा रहा है। शुरूआती तीन दिनों में राम मंदिर के लिए गुजरात से 31 करोड़ रुपए जमा कर लिए थे। राम मंदिर के लिए इकट्ठा इस राशि में सबसे ज्यादा योगदान सूरत के एक व्यवसायी गोविंदभाई ढोलकिया ने दिया है, जिन्होंने फंड जुटाने के लिए 11 करोड़ रुपये का योगदान दिया है।