सार
ऐसा कई बार होता है कि लोग मन ही मन किसी को चाहने लगते हैं। कई बार तो शर्म और संकोच की वजह से वे अपने दिल की बात नहीं बता पाते। अगर बताते भी हैं तो यह कतई जरूरी नहीं कि आपका प्रस्ताव स्वीकार ही कर लिया जाएगा।
लाइफस्टाइल डेस्क। ऐसा कई बार होता है कि लोग मन ही मन किसी को चाहने लगते हैं। कई बार तो शर्म और संकोच की वजह से वे अपने दिल की बात नहीं बता पाते। अगर बताते भी हैं तो यह कतई जरूरी नहीं कि आपका प्रस्ताव स्वीकार ही कर लिया जाएगा। काफी झिझक और एक अनजाने भय के बाद युवक या युवती अपने प्रेम की भावना को व्यक्त करते हैं और अगर उन्हें पॉजिटिव रिस्पॉन्स नहीं मिलता है तो वे बेहद निराश हो जाते हैं। अगर किसी के लव प्रपोजल को ठुकरा दिया जाता है तो उसके दिल के दर्द को समझना आसान नहीं। कई बार लोगों पर इसका इतना बुरा असर पड़ता है कि वे डिप्रेशन में चले जाते हैं। किसी काम में उनका मन नहीं लगता और हर समय वे चिंतित व परेशान नजर आते हैं। लेकिन इसे स्वाभाविक तौर पर लेना चाहिए। बहरहाल, इससे जो मानसिक तकलीफ होती है, उससे उबरने के लिए हम बता रहे हैं आपको कुछ टिप्स।
1. अपनी फीलिंग्स को जाहिर करें
अगर आपके प्रेम को ठुकराया गया है तो इससे दुखी होना स्वाभाविक है। ऐसी स्थिति में मन में कई तरह की भावनाएं उमड़ने-घुमड़ने लगती हैं। यहां तक कि कभी जोर-जोर से रोने का भी मन करता है। इस स्थिति में मन की भावनाओं को दबा कर रखना ठीक नहीं होता। उन्हें जाहिर करना चाहिए। अपने करीबी और भरोसेमंद दोस्तों से बातें करें और उन्हें अपनी हालत के बारे में बताएं। वे जरूर आपको भावनात्मक सहारा देंगे। अगर कोई पास नहीं हो तो आप अपनी फीलिंग्स को डायरी में लिख भी सकते हैं।
2. सच को स्वीकार करें
रिजेक्शन हर हाल में दुखदायी होता है। लेकिन यह सच है। सिर्फ लव अफेयर ही नहीं, जिंदगी के कई मामलों में रिजेक्शन का सामना करना पड़ता है। इससे हीन भावना का शिकार होने की जरूरत नहीं है। सबके साथ रिलेशन नहीं बन सकता। आप अपनी पर्सनैलिटी की खूबियों के बारे में सोचें। अपने सेल्फ कॉन्फिडेंस को मजबूत रखें। यह सोचें कि आपके चाहने वाले भी हैं। वक्त से सारी समस्याओं का समाधान हो जाता है।
3. बदले की भावना नहीं रखें
कई बार जब किसी को पॉजिटिव रिस्पॉन्स नहीं मिलता तो उसमें बदला लेने की भावना आ जाती है। इससे बचें। यह एक नकारात्मक भावना है, जिससे केवल नुकसान होता है। जिसने आपकी उपेक्षा की हो, उसकी शिकायत अपने दोस्तों के बीच नहीं करें। खुद को मजबूत बनाए रखें।
4. नशे का सेवन नहीं करें
ऐसी स्थिति में तत्काल राहत पाने के लिए अक्सर लोग शराब और दूसरे नशे का सहारा लेने लगते हैं। नशा करने पर तात्कालिक राहत मिलती है, लेकिन बाद में इससे डिप्रेशन होता है और दूसरी तरह की स्वास्थ्य समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं।
5. माफ कर दें
जिसने आपके दिल को तोड़ा है, उसके प्रति भी संवेदना रखें। दूसरों के सामने उसका लानत-मलामत करने से कोई फायदा नहीं होगा। हो सकता है, उसकी अपनी कोई मजबूरी रही हो। अगर कोई आपके साथ बुरे तरीके से भी पेश आता हो तो उसे माफ कर दें। इससे आपकी पर्सनैलिटी मजबूत होगी।