सार

आजकल ऑनलाइन डेटिंग और रिलेशनशिप का प्रचलन तेजी से बढ़ता जा रहा है। इंटरनेट के सर्वसुलभ होने से इसे बढ़ावा मिला है, पर कई बार यह बहुत खतरनाक भी साबित हो जाता है। कुछ मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि ऑनलाइन अफेयर से डिप्रेशन के साथ ही पर्सनैलिटी डिसऑर्डर जैसी समस्या भी हो सकती है।

लाइफस्टाइल डेस्क। आजकल ऑनलाइन लव अफेयर का चलन तेजी से शुरू हो गया है। ऑनलाइन डेटिंग का प्रचलन तो काफी पहले हो चुका था। ऐसी ना जानें कितनी साइट्स हैं जो ऑनलाइन डेटिंग की सर्विस मुहैया कराती हैं, जिनके जरिए लोग लाइफ पार्टनर्स की तलाश करते हैं। लेकिन इसके अलावा अब युवाओं में एक नई टेन्डेंसी देखने को मिल रही है। यह है ऑनलाइन लव अफेयर की। खास बात है कि इस तरह के ऑनलाइन अफेयर रखने वाले युवा अपने साथी से सीधा मिलने में रुचि नहीं दिखाते। कई बार जब उनके ऑनलाइन पार्टनर उनसे मिलने की बात करते हैं तो वे इससे कतराने लगते हैं। अगर उन्हें यह लगता है कि उनका पार्टनर उनसे मिलने आ सकता है तो वे उसे सोशल मीडिया के सभी प्लैटफॉर्म्स पर ब्लॉक कर देते हैं। यहां तक कि उसका फोन नंबर तक ब्लॉक कर देते हैं। 

आने वाले दिनों में बनेगी बड़ी समस्या
ऐसे मामले काफी सामने आ रहे हैं। कुछ मनोवैज्ञानिकों ने इस समस्या का गहराई से अध्ययन भी शुरू कर दिया है। यह समस्या दुनिया भर में तेजी से बढ़ती जा रही है। इसके प्रभाव इतने बुरे हैं कि ऑनलाइन लव अफेयर में पड़े लोग सिर्फ डिप्रेशन के ही शिकार नहीं हो सकते, बल्कि वे वास्तव में संबंध बनाने में भी नाकामयाब हो सकते हैं। 

सामने पड़ने से चाहते हैं बचना
ऐसे प्रेमी-प्रेमिका फेस-टू-फेस सामने आने से बचना चाहते हैं और यही उनकी मानसिक समस्या की जटिलता को दिखाता है। साल 2002 में न्यूयॉर्क से प्रकाशित किताब 'सेक्स एंड द इंटरनेट : ए गाइड बुक' के संपादक ए कूपर ने लिखा था कि आने वाले दशकों में इंटरनेट पर चलने वाले लव अफेयर एक महामारी का रूप ले लेंगे और इसके चलते बड़े पैमाने पर युवा नपुंसकता की समस्या से पीड़ित हो सकते हैं। इस विषय पर स्टडी करने वाले कुछ और मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि वाकई यह समस्या तब गंभीर हो जाती है जब ऑनलाइन लव रिलेशनशिनशिप बनाने वाले दूर-दूर रहते हैं और आपस में कभी नहीं मिलते। वे फोन, वॉट्सऐप, फेसबुक मेसेंजर और दूसरे ऑनलाइन प्लैटफॉर्म के जरिए ही संपर्क में बने रहते हैं।

फोटो अपडेट नहीं करते
देखा गया है कि ऐसे युवा सोशल साइट्स पर अपने फोटो भी अपडेट नहीं करते। ये अपने पार्टनर से रेग्युलर बात तो करते हैं, लेकिन अपना रीसेंट फोटो कभी शेयर नहीं करते। कई तो अपने सही पते तक अपने पार्टनर को नहीं बताते। अगर उन्हें कॉरेसपॉन्डेंस करने की जरूरत होती है या कोई पार्सल कूरियर करना होता है तो इसके लिए वे किसी ऐसे पते का इंतजाम करते हैं, जहां उनका पार्टनर कभी आए भी तो उनसे मुलाकात न कर पाए।

क्यों करते हैं ऐसा
मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि यह बता पाना कठिन है कि वे ऐसा क्यों करते हैं, पर इतना तो तय है कि उनका ये बिहैवियर नॉर्मल नहीं है। अक्सर ऐसे युवा अपने शहर से काफी दूर रहने वाले लोगों से अफेयर बनाते हैं, जहां तक जाना उनके लिए लिए आसान नहीं होता। आम तौर पर देखा गया है कि ऐसे लोग बहुत ही शक्की, गुस्सेवाले और तुनकमिजाज होते हैं। अगर उन्हें जरा भी समस्या हुई तो वे पार्टनर का नंबर ब्लॉक करने और रिश्ता तोड़ लेने में जरा भी देर नहीं करते। 

अक्सर रहते हैं गुमसुम और लोगों से दूर
इंटरनेट पर अफेयर बनाने वाले युवा अक्सर घर में गुमसुम और उदास रहते हैं। उनके बाहरी संपर्क भी काफी कम होते हैं। ऐसे लोग काम से काम रखने वाले और स्वार्थी प्रवृत्ति के होते हैं। अगर ये स्टूडेंट होते हैं या कहीं काम करते हैं तो इनका परफॉर्मेंस लेवल भी ठीक नहीं होता। के.एस. यंग नाम के एक रिसर्चर का कहना है कि ऐसे लोगों को डिप्रेशन की बीमारी होने की संभावना ज्यादा होती है। यही नहीं, ये पर्सनैलिटी डिसऑर्डर के भी शिकार हो सकते हैं। कई बार ये ऐसी बातें भी करते हैं जिनका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं होता।