सार
कब आपको भूख लगी है, कब मूड खराब, कब आप खुश है और कब दुखी। चाहे माता पिता हमसे कितनी भी गुस्सा कर लें लेकिन उनके गुस्से में हमेशा प्यार और आशीर्वाद ही होता है। माता पिता कभी भी हमारा बुरा नहीं चाह सकते। लेकिन जब उन्हें हमारे साथ की जरूरत होती है तब हम उन्हें अकेला छोड़ देते हैं। अपने बीवी बच्चों के आने बाद माता पिता को नहीं देख पाते।
रिलेशनशिप डेस्क। माता पिता ईश्वर का दिया गया वो वरदान है जिसके होने से हम खुश हैं, हम हमेशा बच्चे हैं। जो हमारी हसी-खुशी, सुख-दुख उन्नती तरक्की के साक्षी हैं। वो कहते हैं ना मां सब जानती हैं। कब आपको भूख लगी है, कब मूड खराब, कब आप खुश है और कब दुखी। चाहे माता पिता हमसे कितनी भी गुस्सा कर लें लेकिन उनके गुस्से में हमेशा प्यार और आशीर्वाद ही होता है। माता पिता कभी भी हमारा बुरा नहीं चाह सकते। लेकिन जब उन्हें हमारे साथ की जरूरत होती है तब हम उन्हें अकेला छोड़ देते हैं। अपने बीवी बच्चों के आने बाद माता पिता को नहीं देख पाते। लेकिन क्या आपने सोचा है माता पिता आपके दोस्त तब थे जब आप अकेले थे। और जब माता पिता को आपके साथ की जरूरत है आपके भी कुछ फर्ज हैं। और सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप माता पिता को खुश रखें। लेकिन आपको समझ नहीं आ रहा कि कैसे करें खुश तो यहां समझिए।
साथ दें तारीफ करें
आपको याद है वो बचपन जब मां आपकी पसंद की हर चीज बनाती थी। और आप बड़े चाव से खाकर मां की तारीफ करते थे बस फिर से वही बचपन मां को दे दीजिए। जब भी वो आपके लिए कुछ बनाए तो तारीफ करें। अगर माता पिता कोई बात कह रहे हैं तो ध्यान से सुनें। अपनी बातें शेयर करें इससे उन्हें ये नहीं लगेगा कि आप बदल गए हैं। साथ ही वे आपके इस बर्ताव से खुश होंगे। इतना ही नहीं माता पिता के मन की बात समझें उनके दुख और तकलीफों को अनदेखा ना करें। उन्हें सुने और सही करने की कोशिश करें।
हमेशी नीची रखें आवाज
कई बार ऑफिस की खीझ या किसी के झगड़े की वजह से हमारा मूड खराब हो सकता है। और ऐसे में हम माता पिता से ऊंची आवाज में बात कर जाते हैं। लेकिन ये बर्ताव गलत हैं। इससे आपके माता पिता नाराज हो सकते हैं। हमेशा आवाज को नीची रखें और जब कभी पलटकर गुस्से में जवाब ना दें।
अपने मन की बात बताएं
कहते हैं कि कोई भी नया काम शुरू करने से पहले जरूरी है बड़ों का आशीर्वाद। लेकिन सबसे पहले जरूरी है काम के बारे में माता पिता से चर्चा। आप अपने माता पिता के साथ बैठें उन्हें अपने ऑफिस या काम के बारे में बताएं। अगर कुछ नया करने के बारे में विचार कर रहे हैं तो शेयर करें। इससे आपके माता पिता बहुत खुश होंगे। साथ ही ऑफिस या काम पर जाने से पहले माता पिता को बताएं। उनका आशीर्वाद लेकर ही घर से निकलें।
जरूरत का ध्यान रखें
याद है वो बचपन जब आप माता पिता के सामने रोकर अपनी हर जिद मनवा लेते थे। लेकिन आपके माता पिता आपसे कभी नहीं कहेंगे कि उन्हें किस चीज की जरूरत है। ऐसे में माता पिता की हर छोटी बड़ी चीजों का ध्यान रखें। उनकी दवाओं का ध्यान रखें। कहीं घूमने सैर सपाटा करने या फिर फिल्म देखने भी आप जा सकते हैं। इससे आपके माता पिता को तो अच्छा लगेगा ही आपको भी बहुत खुशी होगी।
शादी के बाद कभी न भूलें
कई बार ऐसा होता है कि शादी के बाद हम अपनी खुद की जिंदगी में बिजी हो जाते हैं और किसी पर ध्यान नहीं दे पाते। माता पिता को भी भूल जाते हैं। लेकिन शादी के बाद भी आपका प्यार और सम्मान और समर्पण माता पिता के साथ बना रहना चाहिए। साथ ही अपने पार्टनर को भी बताएं कि माता पिता का ध्यान रखें।