सार
कई बार लव रिलेशनशिप में किसी पार्टनर को शक होता है कि दूसरा कहीं उससे कुछ झूठ तो नहीं बोल रहा है। कई बार पार्टनर कुछ बातों को छुपाने के लिए झूठ का सहारा लेते हैं। इससे रिलेशनशिप खराब होता है।
रिलेशनशिप डेस्क। कई बार लव रिलेशनशिप में किसी पार्टनर को शक होता है कि दूसरा कहीं उससे कुछ झूठ तो नहीं बोल रहा है। कई बार पार्टनर कुछ बातों को छुपाने के लिए झूठ का सहारा लेते हैं। इससे रिलेशनशिप खराब होता है। प्यार के रिश्ते में किसी भी पार्टनर को कभी एक-दूसरे से झूठ नहीं बोलना चाहिए, न ही कोई बात छिपाने की कोशिश करनी चाहिए। बावजूद आपका पार्टनर झूठ बोलता हो तो कुछ बातों से आप इसे आसानी से समझ सकते हैं।
1. जल्दी-जल्दी बोलना
अगर कोई झूठ बोलता है तो उसकी आवाज नॉर्मल नहीं रह जाती है। वह अपनी बात मनवाने के लिए जल्दी-जल्दी बोलने लगता है। कई बार वह तेज आवाज में बोल कर धौंस जमाने की कोशिश करता है। उसे लगता है कि इससे पार्टनर उसके असर में आ जाएगा और फिर कोई पूछताछ नहीं करेगा।
2. आंखें नहीं मिलाना
अक्सर झूठ बोलते समय लोग आंखें मिलाने से बचने की कोशिश करते हैं। झूठ बोलने वाले व्यक्ति में आत्मविश्वास की कमी होती है। इसी वजह से वे ऐसा करते हैं, जबकि सच बोलने वाला आंखें मिला कर बात करता है और उसकी आवाज में एक मजबूती होती है। झूठ बोलने वाले की आवाज में दृढ़ता की कमी होती है।
3. बॉडी लैंग्वेज में बदलाव आना
झूठ बोलने के दौरान लोगों की बॉडी लैंग्वेज में चेंज आ जाता है। इस दौरान उसकी बॉडी में मूवमेंट्स कम होते हैं। वह सकपकाया रहता है। अक्सर झूठ बोलते समय लोगों की बॉडी में एक तरह का खिंचाव या तनाव देखने को मिलता है, पर इसे ऑब्जर्ब कर पाना सबके लिए संभव नहीं है।
4. बनावटीपन झलकना
झूठ बोलने के दौरान लोगों के चेहरे पर सहज भाव नहीं रहते। उनमें बनावटीपन दिखता है। अगर वे मुस्कुराते हैं या दुख और आश्चर्य का भाव प्रकट करते हैं तो लगता है कि ऐसा वे जबरन कर रहे हैं। कई बार वे सवालों के जवाब देने के दौरान घबराने भी लगते हैं।