सार

Rakshabandhan 2024 Ki Sahi Date: रक्षा बंधन पर्व मनाते समय भद्रा का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। जब भद्रा हो तो उस दौरान भाई को राखी नहीं बांधना चाहिए, इसके पीछे शास्त्रों में कारण भी बताया गया है।

 

Rakshabandhan 2024 Kab Hai: हर साल श्रावण (सावन) मास की पूर्णिमा पर रक्षा बंधन का पर्व मनाया जाता है। ये पर्व भाई-बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उसकी सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। रक्षा बंधन पर्व मनाते समय भद्रा काल का विशेष ध्यान रखा जाता है। विद्वानों के अनुसार भद्रा काल में रक्षा बंधन पर्व नहीं मनाना चाहिए, ऐसा करना अशुभ माना जाता है। आगे जानिए क्या है भद्रा, इसमें राखी क्यों नहीं बांधनी चाहिए और इस बार कब-से कब तक रहेगी भद्रा…

क्या है भद्रा काल? (Kya Hai Bhadra Kaal)
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण को देखकर पंचांग बनाया जाता है। करण एक तिथि के आगे भाग को कहते हैं। ज्योतिष शास्त्र में कुल 11 करण बताए गए हैं। इनमें से विष्टि नाम का जो करण है, वो पूर्णिमा तिथि पर ही आता है। विष्टि का ही एक नाम भद्रा है। भद्रा में शुभ काम करने की मनाही है। इसलिए भद्रा में रक्षा बंधन पर्व नहीं मनाया जाता।

भद्रा में क्यों न बांधें राखी?
ज्योतिषाचार्य पं. द्विवेदी के अनुसार, शास्त्रों में भद्रा से संबंधित अनेक बातें बताई गई हैं। जैसे-
"भद्रायां द्वे न कर्तव्ये श्रावणी फाल्गुनी तथा" यानी भद्रा काल में राखी नही बांधना चाहिए। ज्योतिष ग्रंथों में भी लिखा है कि-
"दिनार्द्धात् परतश्चेत् स्यात् श्रावणी कालयोगतः।
रात्रौ भद्रावसाने तु रक्षाबन्धः प्रशस्यते।।"
अर्थात- यदि भद्रा रात में भी समाप्त होती है तो रात्रि में ही रक्षाबंधन मनाया जाना शास्त्र सम्मत है, लेकिन प्रतिपदा युक्त पूर्णिमा में नहीं।

साल 2204 में कब से कब तक रहेगी भद्रा? (Rakshabandhan 2024 Bhadra Timing)
पंचांग के अनुसार, इस बार श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त, सोमवार को है। इस दिन भद्रा की शुरूआत 19 अगस्त की रात 03 बजकर 05 मिनिट से होगी, जो दोपहर 01 बजकर 32 मिनिट तक रहेगी। भद्रा काल समाप्त होने के बाद यानी दोपहर 01:32 के बाद रक्षाबंधन पर्व मनाना शुभ रहेगा।


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Disclaimer  
इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।