मोबाइल डिस्प्ले: अरे! ये सब मत करो, वरना खराब हो जाएगी स्क्रीन
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यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि सेलफोन अब हर किसी का तीसरा हाथ बन गया है। जिस तरह बिना कपड़ों के इंसान को अधूरा कहा जाता है, उसी तरह आज बिना मोबाइल फ़ोन के इंसान की कल्पना भी नहीं की जा सकती। स्कूली बच्चों से लेकर बड़ों तक, हर किसी के पास मोबाइल फ़ोन है। हर दिन नए-नए फ़ोन बाज़ार में आ रहे हैं और लोग उन्हें खरीद भी रहे हैं।
एक मोबाइल फ़ोन खरीदने के बाद, हम उसके लिए एक टेंपर्ड ग्लास और मोबाइल पाउच ज़रूर खरीदते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ये चीजें फ़ोन को गिरने और टूटने से बचाती हैं। जब भी हम किसी मोबाइल फ़ोन को देखते हैं, तो सबसे पहले हमारी नज़र उसकी डिस्प्ले पर ही जाती है। उसकी पूरी बनावट और उसके रंग किस तरह दिखते हैं, यही उसकी क्वालिटी तय करते हैं।
सेलफोन डिस्प्ले कई तरह के होते हैं और हर एक में अलग-अलग तकनीक का इस्तेमाल होता है। आइए, कुछ ज़रूरी डिस्प्ले के प्रकार और उनकी खासियतों के बारे में जानते हैं।
1. LCD (लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले)
यह सबसे आम तरह की डिस्प्ले है। इसमें बैकलाइट में एक सफ़ेद लाइट का इस्तेमाल होता है जो स्क्रीन के हर पिक्सल को रोशन करती है। आम तौर पर, यह दो तरह की होती है: TN (ट्विस्टेड नेमेटिक) और IPS (इन-प्लेन स्विचिंग)।
IPS LCD बेहतरीन रंग और व्यूइंग एंगल देती है। इसका इस्तेमाल उन जगहों पर किया जाता है जहाँ बेहतरीन रंग या स्मूथ ग्रेडिएंट की ज़रूरत होती है।
2. OLED (ऑर्गेनिक लाइट एमिटिंग डायोड):
इसमें हर पिक्सल अपनी रोशनी खुद पैदा करता है, इसलिए इसमें बैकलाइट की ज़रूरत नहीं होती। इसमें काले रंग बहुत गहरे और बाकी रंग बहुत चटकीले दिखते हैं। इसमें कॉन्ट्रास्ट रेश्यो बहुत अच्छा होता है और बैकलाइट ना होने की वजह से यह कम पावर भी खाती है। ज़्यादातर महंगे फ़ोन्स में इसी डिस्प्ले का इस्तेमाल होता है।
3. AMOLED (एक्टिव मैट्रिक्स ऑर्गेनिक लाइट एमिटिंग डायोड):
यह OLED डिस्प्ले का एक बेहतर वर्जन है। इसमें हर पिक्सल के लिए ट्रांज़िस्टर का एक अलग सेट होता है, जिसकी वजह से यह तेज़ी से काम करता है। इसमें बहुत ही शानदार रंग और हाई रिफ्रेश रेट मिलता है।
इसके अलावा, इसे मोड़ने और लचीला बनाने के लिए भी डिज़ाइन किया जा सकता है। ज़्यादातर हाई-एंड फ़ोन्स में इसी डिस्प्ले का इस्तेमाल होता है।
4. रेटिना डिस्प्ले:
यह Apple द्वारा बनाई गई LCD डिस्प्ले तकनीक है। इसमें पिक्सल बहुत ही ज़्यादा क्लियर होते हैं, जिसकी वजह से इमेज क्वालिटी बहुत अच्छी होती है। आमतौर पर यह आँखों को परेशान किए बिना बहुत ही साफ़ तस्वीरें दिखाती है। इसका इस्तेमाल iPhone और iPad जैसे Apple के डिवाइस में किया जाता है।
5. सुपर AMOLED:
यह AMOLED डिस्प्ले का एक बेहतर वर्जन है। यह ज़्यादा ब्राइटनेस और स्मूथ एक्सपीरियंस देता है। धूप में भी इसमें साफ़ दिखाई देता है। Samsung समेत कई कंपनियों के महंगे फ़ोन्स में इसका इस्तेमाल होता है।
6. TFT LCD (थिन-फिल्म ट्रांज़िस्टर लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले):
यह LCD का एक सस्ता प्रकार है। इसमें अच्छे रंग और रेसोलुशन के साथ-साथ कीमत भी कम होती है। इसे बनाने में कम लागत आती है। इसका इस्तेमाल कम कीमत और मिड-रेंज वाले फ़ोन्स में किया जाता है।
7. फोल्डेबल डिस्प्ले
यह एक नई तकनीक है जिसमें डिस्प्ले को मोड़ा जा सकता है। यह OLED या AMOLED तकनीक पर आधारित होती है। इससे बड़ी स्क्रीन बनाई जा सकती हैं, जिन्हें मोड़कर छोटा बनाया जा सकता है। इसका इस्तेमाल नए ज़माने के फोल्डेबल फ़ोन्स में किया जाता है।
आप अपने मोबाइल फ़ोन को कितनी भी सावधानी से इस्तेमाल करें, गलत तरीके से सफ़ाई करने से वह ख़राब हो सकता है। इसलिए, अपने मोबाइल फ़ोन को साफ़ करने का सही तरीका जानना बहुत ज़रूरी है।
मोबाइल स्क्रीन की सफ़ाई के लिए ज़रूरी चीज़ें
माइक्रोफाइबर कपड़ा
थोड़ा सा पानी या स्क्रीन क्लीनर (शुरूआत में सिर्फ़ पानी काफ़ी है)
स्कॉच टेप
माइक्रोफाइबर कपड़ा
अपने मोबाइल फ़ोन की स्क्रीन साफ़ करने के लिए हमेशा माइक्रोफाइबर कपड़े का इस्तेमाल करें। यह कपड़ा बहुत मुलायम होता है, इसलिए यह मोबाइल स्क्रीन पर हल्के से काम करता है और इससे स्क्रीन पर खरोंच पड़ने का डर कम होता है और मोबाइल फ़ोन ख़राब होने से बच जाता है। आम कपड़ों का इस्तेमाल ना करें।
कपड़े को थोड़ा गीला करें
कपड़े को थोड़े से पानी से गीला करें। इसे ज़्यादा गीला ना करें। अगर आपके पास स्क्रीन क्लीनर है, तो आप उसका भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
स्क्रीन को हल्के हाथों से साफ़ करें
स्क्रीन पर हल्के हाथों से कपड़ा फेरें, ध्यान रहे कि ज़्यादा ज़ोर ना लगाएँ। इसे गोल-गोल घुमाते हुए ऊपर से नीचे की ओर साफ़ करें।
सूखे माइक्रोफाइबर कपड़े से दोबारा साफ़ करें
अगर स्क्रीन पर नमी रह गई हो, तो उसे एक बार फिर से सूखे माइक्रोफाइबर कपड़े से साफ़ करें ताकि यह पूरी तरह से सूख जाए।
ज़िद्दी दागों के लिए
ज़िद्दी दागों को हटाने के लिए आप स्कॉच टेप का इस्तेमाल कर सकते हैं। जहाँ पर दाग हो, वहाँ पर थोड़ा सा स्कॉच टेप लगाएँ और उसे हल्के हाथों से साफ़ करें।
पानी के इस्तेमाल से नुकसान
अपने फ़ोन की स्क्रीन को पानी से साफ़ करना उसे अचानक से ख़राब कर सकता है। इसलिए, आपको अपने फ़ोन को साफ़ करने के लिए कभी भी पानी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
सैनिटाइज़र का इस्तेमाल ना करें
डेटॉल जैसे सैनिटाइज़र में बेंजीन नाम का केमिकल होता है। इसलिए, फ़ोन की स्क्रीन को डेटॉल से साफ़ ना करें। इससे फ़ोन की स्क्रीन और आपके शरीर को नुकसान पहुँच सकता है।
टूथपेस्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं
अगर आपके पास और कुछ ना हो, तो आप एक रुई के फाहे पर थोड़ा सा टूथपेस्ट लगाकर स्क्रीन को साफ़ कर सकते हैं। इससे फ़ोन की सतह से धूल और दाग हट जाएँगे। इसके अलावा, आप बैक्टीरिया-रोधी लिक्विड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
सावधानी:
स्क्रीन को सीधे पानी से साफ़ ना करें। किसी भी तरह के तेज़ केमिकल का इस्तेमाल ना करें। माइक्रोफाइबर कपड़े से सफ़ाई करते समय दूसरे कपड़ों का इस्तेमाल ना करें। इन तरीकों को अपनाकर आप अपने मोबाइल की डिस्प्ले को साफ़ और सुरक्षित रख सकते हैं।