सार

तेलंगाणा में एक Lamborghini को गड्ढों से भरी सड़क पर संघर्ष करते देख लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर इतना टैक्स भरने का क्या फायदा? सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लैंबॉर्गिनी पानी से भरे गड्ढों से गुजरने के लिए जूझती नजर आ रही है।

लैंबॉर्गिनी एक लग्जरी कार है, इसे बिना गड्ढों वाली सड़क पर चलते देखना ही एक अलग खुशी होती है। लेकिन ऐसी सड़कें कहाँ हैं? तेलंगाणा में एक लैंबॉर्गिनी कार के गड्ढों से भरी सड़क पर संघर्ष करते हुए चलने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो देखने के बाद लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर इतना टैक्स भरने का क्या फायदा?

@WhateverVishal नाम के ट्विटर पेज से यह वीडियो पोस्ट किया गया है। इसमें लिखा गया है कि इस कार के मालिक ने कम से कम 62 लाख रुपये रोड टैक्स भरा होगा। विश्वगुरु का असली राज्य। हालाँकि, तेलंगाणा में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार है। यही कारण है कि कमेंट सेक्शन में कांग्रेस सरकार, बीजेपी केंद्र सरकार को लेकर बहस छिड़ी हुई है।

 

वीडियो में देखा जा सकता है कि जाम से भरी सड़क पर स्कूटर, टेंपो, ऑटो रिक्शा समेत कई वाहन पानी से भरे गड्ढों से गुजरने के लिए जूझ रहे हैं। इन सबके बीच एक लाल रंग की लैंबॉर्गिनी कार भी चल रही है, जिसे गड्ढों से भरी सड़क पर अपना संतुलन बनाने में मुश्किल हो रही है। वहाँ मौजूद कुछ लोग अपने फोन पर इस लग्जरी कार का वीडियो बना रहे हैं। यह वीडियो देखने के बाद लोग इस खराब सड़क व्यवस्था पर भी जमकर गुस्सा निकाल रहे हैं।

इस तरह की लग्जरी महंगी कारों के मालिक सड़क पर उतरने से पहले मोटा रोड टैक्स भरते हैं। लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि यहाँ सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएँ ऐसी हैं कि लैंबॉर्गिनी जैसी लग्जरी कारों के लिए भी इस सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है। वीडियो देखने के बाद कई लोगों ने यह बात कही है।

 

एक यूजर ने कमेंट किया, "अगर इस कार में जान होती तो यह लंबे समय तक डिप्रेशन में चली जाती और इस नर्क जैसी सड़क पर रहने के बजाय स्वर्ग जाना पसंद करती।" एक अन्य यूजर ने लिखा, "रोड टैक्स नाले में चला गया।" एक अन्य यूजर ने लिखा, "बिना दया के टैक्स वसूलते हैं लेकिन बदले में कोई बुनियादी सुविधा भी ढंग से नहीं देते।" एक अन्य यूजर ने लिखा, "ऐसी सड़कों के लिए ये कारें नहीं बनी हैं।"

रोड टैक्स या मोटर वाहन कर का भुगतान भारत में राज्य सरकारों को किया जाता है। रोड टैक्स वाहन की कीमत के आधार पर प्रतिशत के हिसाब से लिया जाता है। वाहनों से संबंधित कर प्रक्रिया भी एक राज्य से दूसरे राज्य में भिन्न होती है।