सार
गोरखपुर जिले के गोरखनाथ मंदिर के सुरक्षा कर्मियों पर हमले के बाद सीएम सिटी की सुरक्षा और पुख्ता होगी। शहर का प्रशासन क्यूआरटी टीम का गठन करने जा रहा है। जिससे सुरक्षा को सुचारू ढंग से चलाया जा सके। इस टीम को गोरखा रेजीमेंट के कमांडो प्रशिक्षण देंगे।
रजत भट्ट
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह जनपद गोरखपुर अब सुरक्षा लिहाज से और भी मजबूत किया जाएगा। मुख्यमंत्री बनने के बाद अक्सर वीआईपीओ का दौरा गोरखपुर होता ही है और ऐसे में उनकी सुरक्षा एक बड़ी चुनौती भी है। वही पिछले दिनों गोरखनाथ मंदिर में हुए हमले ने भी सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल खड़ा करते हैं। इन्हीं सब को देखते हुए गोरखपुर में क्यूआरटी का गठन किया जा रहा है। जिसके बाद सुरक्षा सुचारू ढंग से हो सके।
क्यूआरटी कैसे करेगा काम और कितने पुलिसकर्मी होंगे इसमें शामिल
क्यूआरटी( क्विक रिस्पांस टीम) को सीएम सिटी में आपात स्थिति में होने वाले घटनाओं से निपटने के लिए इस क्यूआरटी का गठन किया जा रहा है। जिसमें 24 पुलिसकर्मी की फोर्स तैयार की जाएगी। इसमें गोरखा ट्रेनिंग के तरह इन्हें लड़ने के लिए काबिल बनाया जाएगा और ट्रेनिंग के बाद इन पुलिसकर्मियों की क्यूआरटी टीम बनेगी। जिसमें एक दरोगा और पांच सिपाही होंगे दरोगा ही अपनी टीम को लीड करेगा। यानी की एक टीम में कुल छह पुलिस शामिल होंगे।
गोरखपुर के किन-किन जगहों पर होगी क्यूआरटी टीम की तैनाती
बात करें कि इन क्यूआरटी टीम की गोरखपुर के किन किन जगहों पर तैनाती की जाएगी तो सबसे पहले गोरखनाथ मंदिर पर तैनात होगी तो वहीं दूसरी गोरखपुर एयरपोर्ट पर और बाकी दो टीमें वीआईपी सुरक्षा सहित अन्य मामलों के लिए मुस्तैद रहेंगी। एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि गोरखपुर में सुरक्षा के लिहाज से चार क्यूआरटी गठित की गईं हैं। जहां क्विक रिस्पांस टीम की जरूरत भी है। ताकि किसी भी आपातकाल परिस्थिति में उससे निपटा जा सके।
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