सार
कोरोना वारियर्स आशा बहुओ ने और आंगनबाड़ी की महिलाओं ने बहुत काम किया है। आपने देश की इतनी बड़ी सेवा की है तो हमारा फर्ज बनता है कि हम आपको सशक्त करें। अगर हम आपको आज सशक्त नहीं करेंगे तो क्या करेंगे? स्कूल की बच्चियां यहां पर बैठी हुई हैं यह अपना भविष्य बनाना चाहती हैं। सरकार का काम है कि इन्हें सशक्त करें सरकार का काम है, आपको मौका मिलेगा। तो मैं आपसे यह कह रही हूं कि आप हमें शक्ति दीजिए हम आपको शक्ति देंगे।
रायबरेली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (priyanka gandhi) ने रविवार को यूपी के रायबरेली (raebareli) पहुंचकर शक्ति संवाद (shakti samvaad) के जरिए यूपी की आधी आबादी के रूप में देखी जाने वाली महिलाओं को साधने के प्रयास किया। प्रियंका ने कहा कि आज प्रदेश में जगह-जगह महिलाओं पर अत्याचार होता है और उल्टा पीड़िताओं पर ही मुकदमा (Case) दर्ज किया जाता है। यह गलत है। इसे बदलना होगा। आप सब ठीक कहती हैं कि अपने लिए खुद लड़ना होगा। आप लड़िए, मैं आपके साथ हूं। हम सब साथ मिलकर परिवर्तन लाएंगे। हम मिलकर इस समाज को समझाएंगे कि महिलाओं को नकार नहीं सकते। महिलाओं को बराबरी का अधिकार चाहिए। प्रियंका गांधी के 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' शक्ति संवाद कार्यक्रम में छात्राओं ने भी अपनी बात रखी। छात्रा रुचि सिंह ने कहा, मैं घर से निकलती हूं तो लोग कहते हैं कि लड़की को घर से बाहर मत जाने दो। मैं घर से बाहर क्यों नहीं जा सकती? मैं लड़की हूं, लेकिन सबकुछ कर सकती हूं। आपका 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' नारा मुझे बहुत हिम्मत दे रहा है।
अमेठी की रमाकांती की कहानी का जिक्र प्रियंका ने किया
कल मैं अमेठी में थी मेरी 15 साल पुरानी सहेली रमाकांती (Ramakanti) मंच पर मिली, 15 साल पहले वो समूह के माध्यम से मुझसे मिली थी, उसने बताया था कि उसके माता पिता ने उसे नही पढ़ाया जल्दी शादी कर लिया, मैंने ठान लिया बेटी को पढ़ाऊगी, साड़ी में फाल लगाती जब सुसराल वाले खेत चले जाते तो दुकान पर से काम लेकर आती, पैसे जमा किया बेटी का बगैर किसी को बताए स्कूल में नाम लिखाया, जब कोई घर पर नहीं होता तो स्कूल छोड़ आती, घर वालों के आने से पहले ले आती, पकड़ी गई एक दिन, उसने सौदा किया फीस मैं दूंगी, कल वो लड़की को लेकर मिली उसने कॉलेज पास कर लिया है, नौकरी ढूंढ़ रही तो मां संघर्ष करती है।
महिला शक्ति संवाद में महिलाओं ने कही दिल कि बात
महिला सावित्री पासीने कहा आज टीवी में जो नारा दिया सी लड़की हूं लड़ सकती हो जिससे लोगों में हिम्मत जागी है और महिलाओं को बचपन से लेकर अभी तक संघर्ष का सामना करना पड़ता है लेकिन आज मुझे खुशी हो रही है कि प्रियंका दीदी हमारे साथ हैं। पॉलिटेक्निक की स्टूडेंट रुचि सिंह ने कहा कि अभी वह पॉलिटेक्निक कर रही है लेकिन वह आगे बीटेक करके इंजीनियर बनना चाहती है। नेहा सिंह ने कहा देश की उन्नति के लिए दोनों पक्षों से उड़ान करना जरूरी है और परिवार में लोगों की यह मंशा रहती है कि बेटा लायक हो जाए जबकि ऐसा होना चाहिए कि बेटी लायक हो जाए। हीरो ब्लॉक से आई छात्रा अंजलि रावत एयरफोर्स की तैयारी कर रही है प्रियंका गांधी के शक्ति संवाद कार्यक्रम में आकर के काफी संबल मिला है उसका कहना है कि अगर लड़की को पढ़ाया जाए तो वह आगे फेल करके कुछ भी कर सकती है मां बाप को अपनी बेटी पर भरोसा करना चाहिए और यही भरोसा उन्हें आगे बढ़ाएगा। 10वीं की छात्रा ने कहा कि वह आगे पढ़ना चाहती है लेकिन उसके मां-बाप की माली हालत ठीक नहीं है इस वजह से उसे प्रियंका गांधी से निवेदन किया है उसे आगे पढ़ने के लिए स्कॉलरशिप दी जाए।