सार
यूपी मदरसा शिक्षा परिषद ने साल 2023 की छुट्टियों का कैलेंडर जारी कर दिया है। जिसमें सालाना अवकाश 43 की जगह इस बार 36 कर दी गई है जबकि शीतकालीन अवकाश 11 की जगह 10 की गई है। इसी कारणवश बोर्ड के सदस्य नाराज हो गए हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद ने साल 2023 की छट्टियों का कैलेंडर जारी कर दिया है। जिसमें सालाना अवकाश में सात दिन की कटौती की गई है। सोमवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष एवं नदवा प्रमुख मौलाना सैयद राबे हसनी नदवी ने उनसे मुलाकात करने पहुंचे मदरसा बोर्ड के सदस्य कमर अली से छुट्टी को लेकर नाराजगी जताई है। दरअसल साल 2023 की अवकाश तालिका में सालाना अवकाश 43 की जगह इस बार 36 कर दी गई है जबकि शीतकालीन अवकाश 11 की जगह 10 की गई है।
गैर मान्यता प्राप्त मदरसों को बंद करने का नहीं है कोई इरादा
मदरसों में सालाना अवकाश रमजान और ईद उल फित्र के लिए दी जाती है। सालाना अवकाश में सात दिन और शीतकालीन अवकाश में एक दिन की कटौती किए जाने को लेकर मौलाना सैयद राबे हसनी नदवी ने मदरसा बोर्ड के सदस्य कमर अली से नाराजगी जताई। मदरसा बोर्ड के सदस्य उनसे मुलाकात करने नदवा पहुंचे थे। कमर अली का कहना है कि मुलाकात के दौरान गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के संबंध में भी बातचीत हुई। उन्होंने बताया कि मौलाना राबे हसनी नदवी को आश्वास्त किया कि गैर मान्यता प्रप्त मदरसों को बंद करने का सरकार का कोई इरादा नहीं है।
तनजीमुल मकातिब ने प्रबंध सिमिति के चुनाव के लिए मांगे हैं नाम
इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि सालाना अवकाश के संबंध में मौलाना राबे को आश्वासन दिलाया कि इस मामले को मदरसा बोर्ड के सामने रखेंगे। उन्होंने आगे बताया कि मौलाना ने मुलाकात के दौरान सिर पर हाथ रखकर दुआ दी। इस मौके पर नदवा के मीडिया विभाग के प्रमुख मौलाना मोहम्मद खालिद नदवी गाजीपुरी भी मौजूद रहे। साथ ही तनजीमुल मकातिब ने प्रबंध सिमिति के चुनाव के लिए देश भर से उम्मीदवारों के नाम मांगे हैं। मकातिब के सामान्य एवं स्थाई सदस्य 16 जनवरी तक अपना नाम दे सकेंगे।
21 दिसंबर की बैठक के दौरान पेश हुए थे कई अहम प्रस्ताव
वहीं दूसरी ओर तनजीमुल मकातिब के सचिव मौलाना सैयद सफी हैद जैदी ने बताया कि प्रबंध समिति में 18 सदस्य है। जिसमें अध्यक्ष मौलाना शमीमुल हसन, उपाध्यक्ष मौलाना मुमताज अली, सचिव मौलाना सफी हैदर, मौलाना सबीहुल हुसैन, मौलाना अनीसुल हसन, तकी अनवर शामिल हैं। बता दें कि मदरसा बोर्ड ने 21 दिसंबर को बैठक की थी। इस दौरान 19 अहम प्रस्ताव पेश करने के साथ ही शुक्रवार या रविवार को छुट्टी किए जाने का प्रस्ताव रखा रखा गया। इसके अलावा मदरसों में लागू हो एक सामान यूनिफॉर्म, मदरसों में शिक्षकों के लिए एमटीईटी अनिवार्य, विज्ञान अध्यापकों के संबंध में समाहित करने, परस्पर स्थानांतरण, मातृत्व अवकाश, हज और उमरा अवकाश की व्यवस्था, मदरसों के लिए जारी हो अकैडमी कैलेंडर, मृतक आश्रित की नियुक्ति समावेश, शीतकालीन अवकाश जनवरी में दिए जाने जैसे प्रस्ताव शामिल थे।
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