सार
मेरठ में परिवहन विभाग ने यात्रियों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए खास इंतजाम किए हैं। मेरठ परिवहन निगम ने ऐसा इंतजाम किया है कि किसी को भी असुविधा न हो। 13 मार्च से लेकर 22 मार्च तक त्योहार को लेकर परिवहन विभाग अतिरिक्त व्यवस्थाएं करते हुए होली प्रोत्साहन योजना चला रहा है। इस योजना के अंतर्गत होली पर ड्यूटी करने को लेकर कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
मेरठ: उत्तर प्रदेश के जिले मेरठ में परिवहन विभाग ने यात्रियों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए खास इंतजाम किए हैं। मेरठ परिवहन निगम ने ऐसा इंतजाम किया है कि किसी को भी असुविधा न हो। 13 मार्च से लेकर 22 मार्च तक त्योहार को लेकर परिवहन विभाग अतिरिक्त व्यवस्थाएं करते हुए होली प्रोत्साहन योजना चला रहा है। इस योजना के अंतर्गत होली पर ड्यूटी करने को लेकर कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक चालक परिचालक के ड्यूटी पर आने पर उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा। जो नौ दिन में सत्ताइस सौ किलोमीटर चलेगा उन्हें प्रतिदिन साढ़े तीन सौ रुपए के हिसाब से इकतीस सौ रुपए दिए जाएंगे। होली के दिन भी अगर कर्मचारी ड्यूटी करेगा तो उसे अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो दस दिन लगातार ड्यूटी करेगा उन्हें दस दिन के चार हज़ार रुपए दिए जाएंगे। यही नहीं होली प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत वर्कशॉप वालों को भी नौ दिन और दस दिन के हिसाब से प्रोत्साहित किया जाएगा। जो नौ दिन ड्यूटी करेंगे उन्हें नौ सौ रुपये जो दस दिन उन्हें बारह सौ रुपये दिए जाएंगे।
चालकों को दिया जाएगा होली प्रोत्साहन
जानकारी के मुताबिक बिजनौर, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत के लिए बसों के अतिरिक्त फेरे लगवाए जाएंगे। यदि बस अड्डे पर किसी भी स्टेशन पर सीधे जाने वाले 30 या उससे अधिक यात्री मौजूद होंगे, तो तुरंत बस उपलब्ध कराई जाएगी। स्टाफ उपलब्ध रहे, इसलिए संचालन से जुड़े कर्मचारियों की छुट्टी प्रतिबंधित कर दी गई हैं। अगर कोई चालक, परिचालक 10 दिन तक लगातार औसतन 3000 किलोमीटर ड्यटी करेगा तो उसे चार हजार रुपये होली प्रोत्साहन दिया जाएगा।
होली पर जारी डिपार्टमेंट एडवायजरी
होली को लेकर डिपार्टमेंट ने एडवायजरी भी जारी की है। अपरिहार्य परिस्थिति में ही एआरएम छुट्टी सैंक्शन कर सकेंगे। बसों के अतिरिक्त फेरे लगाकर लोगों को गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। प्रवर्तन दलों का भी डिस्ट्रीब्यूशन कर दिया गया है। बिना टिकट यात्रा पर अंकुश लगाने को लेकर भी विशेष व्यवस्था की गई है। बसों के ब्रेक डाउन वाली स्थिति को लेकर की भी व्यवस्था चाक चौबंद करने का दावा किया जा रहा है। घटना दुर्घटना की परिस्थिति को लेकर भी विभाग चौकन्ना है।
बस अड्डो में बनाए गए कंट्रोल रूम
परिवहन विभाग ने कंट्रोल रुम की भी स्थापना की है। कंट्रोल रुम के हिसाब से बसों के फेरे बढ़ाए या घटाए जाएंगे। बस अड्डों पर यात्रियों की भीड़ को देखते हुए भैंसाली बस अड्डे पर एक कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है। यहां से सोहराबगेट, भैंसाली, गढ़, बागपत, बड़ौत बस अड्डों का संचालन नियंत्रित किया जाएगा।
मथुरा के द्वारकाधीश मंदिर में भक्तों ने खूब खेली होली, ढोल की धुन पर झूमे श्रद्धालु