सार

बीहड़ का नाम सुनते ही लोगों की रूह कांप उठती है। बुंदेलखंड इलाके के इस बीहड़ में हमेशा से पेयजल के लिए काफी दिक्क्तें हैं। कई सरकारें आईं और गईं लेकिन बीहड़ की प्यास बुझाने में वो नाकाम रहीं। अब पीएम मोदी ने बीहड़ के 200 से अधिक गांवों में पेयजल के लिए 1500 करोड़ रूपए से अधिक की सौगात देने जा रहे हैं इससे कहीं न कहीं इस वीराने में रहने वाले लोगों के दिलों में भी एक आशा की किरण जगी है

चित्रकूट(Uttar Pradesh ). बीहड़ का नाम सुनते ही लोगों की रूह कांप उठती है। बुंदेलखंड इलाके के इस बीहड़ में हमेशा से पेयजल के लिए काफी दिक्क्तें हैं। कई सरकारें आईं और गईं लेकिन बीहड़ की प्यास बुझाने में वो नाकाम रहीं। अब पीएम मोदी ने बीहड़ के 200 से अधिक गांवों में पेयजल के लिए 1500 करोड़ रूपए से अधिक की सौगात देने जा रहे हैं इससे कहीं न कहीं इस वीराने में रहने वाले लोगों के दिलों में भी एक आशा की किरण जगी है। 

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को यूपी के दौरे पर हैं। वह प्रयागराज में दिव्यांगजनों को किट वितरित करने के बाद चित्रकूट के लिए रवाना होंगे। वहां पीएम मोदी हजारों करोड़ की विकास योजनाओं की नींव रखेंगे। बुंदेलखंड के पिछड़ेपन की लिहाजा से पीएम मोदी द्वारा वहां खोला गया विकास का ये पिटारा काफी अहम माना जा रहा है। माना जा रहा है कि इससे बुंदेलखंड के विकास में काफी मदद मिलेगी। 

बीहड़ के 239 गांवों में बहेगी जलधारा 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चित्रकूट जिले के बीहड़ इलाके के 239 ग्राम पंचायतों में पेयजल के लिए 1515.51 करोड़ रूपए देने जा रहे हैं। इस धन से 470 राजस्व गांवों को पीने के लिए शुद्ध पानी मुहैया कराया जाएगा। आम तौर पर बुंदेलखंड का ये बीहड़ का इलाका काफी पिछड़ा माना जाता है। विकास योजनाओं के नाम पर यहां कुछ भी नहीं है। ऐसे में अगर 470 राजस्व गांवों में पानी की व्यवस्था होने से वहां के लोगों की सालों से पानी की मांग पूरी होने के कयास लगाए जा रहे हैं। 

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से होगा क्षेत्र का विकास 
पीएम मोदी चित्रकूट से ही बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का भी शिलान्यास करेंगे। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे चित्रकूट जिले के भरतकूप क्षेत्र से शुरू होकर बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया होकर इटावा में कुदरैल गांव के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से जुड़ेगा। इस चार से छह लेन वाले एक्सप्रेस-वे की लंबाई 296.07 किलोमीटर है और इसकी अनुमानित लागत 14,716.26 करोड़ रुपये है। माना जा रहा है कि इस एक्सप्रेसवे से पूरे बुंदेलखंड का विकास होगा।