सार
इस एप्लीकेशन पर शिवरात्रि को आने वाले श्रद्धालु बिना किसी खर्च के अपना रजिस्ट्रेशन करा कर दर्शन करने का उचित समय और उचित मार्ग की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने मंदिर प्रशासन के इस कार्य को सराहा और इसको और विकसित करने का निर्देश दिया। इसके बाद दोनों उच्चाधिकारियों ने मंदिर परिसर स्थित सभागार में बैठक की। मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने आगामी 1 मार्च को होने वाले शिवरात्रि पर की तैयारियों की जानकारी दी।
वाराणसी: श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में सुगम दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालुओं को सहूलियत प्रदान की गई है। इसके लिए शुक्रवार को काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट एप लांच किया गया। इस एप को गूगल प्ले स्टोर से अपने मोबाइल में डाउनलोड कर श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन कराने के बाद यह पता कर सकेंगे कि दर्शन के लिए उनका नंबर कब आएगा। इससे श्रद्धालुओं को कतार में नहीं लगना होगा। यह भी पता लग जाएगा कि मंदिर में भीड़ की क्या स्थिति है। कौन से रास्ते हैं, जिनसे सुगमता से मंदिर में जाया जा सकता है। मंदिर प्रशासन का कहना है कि बाबा दरबार में श्रद्धालुओं के बढ़ते जुलूस को नियंत्रित करने के साथ ही व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए एप लांच किया गया है।
इस एप्लीकेशन पर शिवरात्रि को आने वाले श्रद्धालु बिना किसी खर्च के अपना रजिस्ट्रेशन करा कर दर्शन करने का उचित समय और उचित मार्ग की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने मंदिर प्रशासन के इस कार्य को सराहा और इसको और विकसित करने का निर्देश दिया। इसके बाद दोनों उच्चाधिकारियों ने मंदिर परिसर स्थित सभागार में बैठक की। मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने आगामी 1 मार्च को होने वाले शिवरात्रि पर की तैयारियों की जानकारी दी।
मंडलायुक्त ने बताया कि इस बार गंगा की ओर से भी श्रद्धालुओं को आने के लिए नया मार्ग खोला गया है। इसके अलावा गर्भ गृह में दर्शन करने के लिए सभी प्रवेश द्वारों से प्रवेश और किसी को परेशानी ना हो इसलिए उसी प्रवेश द्वार निकास की भी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा जगह-जगह एलईडी लगाकर श्रद्धालुओं को गर्भ गृह का लाइव दिखाया जाएगा। वीवीआइपी को जल मार्ग से आने के लिए आग्रह किया गया है। मैदागिन और गोदौलिया से किसी भी प्रकार के बड़े वाहन को अनुमति नहीं रहेगी।
दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए मंदिर प्रशासन द्वारा ई रिक्शा चलाया जाएगा। जगह-जगह पानी की व्यवस्था व श्रद्धालुओं को कतार बद्ध होने में किसी प्रकार की दिक्कत ना हो। इसके लिए बैरिकेडिंग की जाएगी रात्रि के दौरान होने वाले आयोजन को लेकर भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है। वही बैठक में पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि शिवरात्रि पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा शहर के अन्य बड़े शिव मंदिरों में भी श्रद्धालुओं का रेला उमड़ता है वही शिवरात्रि से पूर्व पंचकोषी परिक्रमा शिवरात्रि के दिन शाम के समय विभिन्न संगठनों द्वारा परंपरागत शिव बारात भी निकाली जाती है।
इन आयोजनों को देखने के लिए देश भर से श्रद्धालु काशी आते हैं। ऐसे में पुलिस द्वारा सुरक्षा के चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि परिसर में श्रद्धालुओं के को कतार बद्ध करने के लिए स्टील की रेलिंग लगाई जाएगी वही मंदिर में झांकी दर्शन की व्यवस्था निरंतर चलती रहेगी। श्रद्धालुओं को दर्शन करने में आसानी होगी पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम से लेकर सीसीटीवी कैमरे आदि की भी व्यवस्था की जा रही है।
इन जानकारियों के बाद मुख्य सचिव ने कहा कि श्री काशी विश्वनाथ धाम के बनने के बाद पहला शिवरात्रि का पर्व है ऐसे में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो। वही गंगाद्वार से पहली बार श्रद्धालुओं का आगमन होगा इससे सुरक्षा व्यवस्था और उनकी सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए। शिव मंदिरों में इतनी अच्छी व्यवस्था की जाए कि इस बार श्रद्धालुओं को एक अलग अनुभव हो सके। दो-तीन दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। अलग-अलग क्षेत्रों में होने वाले आयोजन से श्रद्धालुओं को काशी वासियों को एक अलग अनुभव होगा।
पुलिस महानिदेशक ने पुलिस बल को इस बार इलेक्शन और शिव की नगरी काशी में होने वाले विभिन्न आयोजनों को लेकर पुलिस विभाग को सतर्क और मुस्तैदी से कार्य करने का निर्देश दिया। इस बैठक में विभिन्न विभागों के बड़ी संख्या में अधिकारी वह पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारी उपस्थित रहे।
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