सार
बागपत में पहले चरण के मतदान से पहले जो चुनावी कार्यालय गुलजार हुआ करते थे वह अब सूनसान हो चुके हैं। चुनाव से पहले इन्हीं कार्यालयों पर भारी संख्या में समर्थक दिखाई पड़ते थे। लेकिन अब चुनाव के बाद यहां सन्नाटा पसरा हुआ है। अब जो लोग दिखाई भी पड़ रहे हैं वह मतों के गुणा-भाग में लगे हैं।
पारस जैन
बागपत: विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण का मतदान खत्म हो चुका है। प्रत्याशियों के जिन चुनाव कार्यालय पर हर समय 100-200 समर्थक नजर आते थे, वहां मतदान खत्म होने के बाद सन्नाटा पसरा नजर आया। जिन कार्यालयों के बाहर रोजाना सैकडों समर्थकों की भीड़ हुआ करती थी वहां अब दो चार लोग ही बैठे नज़र आ रहे हैं। वहीं प्रत्याशियों ने भी कठिन परिश्रम व लंबी भागदौड़ के बाद राहत की सांस ली है। मतदान से पूर्व पूरे दिन की प्रक्रिया यहीं से शुरू हुआ करती थी, लेकिन अब यहां दो-चार समर्थक ही बैठे है जो मतदान को लेकर चुनावी समीकरण जुटा रहे है।
कार्यालय के बाहर हो रहे सरकार बनने के दावे
बागपत के बडौत स्थित बीजेपी प्रत्याशी केपी मलिक के चुनाव कार्यालय के बाहर की ये तस्वीर है जहां सैकड़ो समर्थक व पदाधिकारी रोजाना चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंके हुए थे। अब यहां प्रत्याशी के समर्थक बैठकर मतदान की रिपोर्ट ले रहे है और प्रदेश में सरकार बनाने के दावे कर रहे है। इस बार बागपत में शाम 6 बजे तक कुल 65.42% मतदान हुआ है। जिनमे से छपरौली विधानसभा में 62.37%, बडौत विधानसभा में 65.58%, बागपत विधानसभा में 68.30% मतदान रहा। मतदान के बाद जातिगत आंकड़ो और पोलिंग एजेंटों के आधार पर प्रत्याशी व उनके समर्थक अपने अपने विश्लेषण कर एग्जिट नतीजे निकाल रहे है। मतों के गुणा- गणित में लगे समर्थक भी जीत का दावा ठोक रहे है। पहली बार ऐसा हुआ कि जनपद बागपत में बिना किसी अप्रिय घटना के शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न हुआ। हालांकि इस दौरान प्रशाशनिक अधिकारियों को सूचनाओं के आधार पर जरूर दौड़ लगानी पड़ी परन्तु अफवाहों के बाजार व चर्चोओ पर विराम लगा रहा।
क्षेत्र से मिल रही रिपोर्ट सुनकर समर्थक खासे उत्साहित हैं। उनके कार्यालय पर बैठे समर्थक सीट जीतने के साथ ही प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के दावे पेश करते नजर आए। बात दे कि बागपत की बडौत विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी केपी मलिक व आरएलडी प्रत्याशी जयवीर सिंह तोमर के बीच मुकाबला है। वही इस दौरान बीजेपी प्रत्याशी केपी मलिक ने भी अपनी जीत का दावा किया है उनका कहना है कि क्षेत्र में विकास हुआ है, योगी सरकार में लोगो को सुरक्षा मिली है, लोगो ने प्यार दिया है निश्चित तौर पर उनकी ही जीत होने वाली है ।
बागपत का रण कौन जितेंगा या कौन हारेगा इसका फैसला तो जनता ने अपना अपना मत देकर फैसला कर दिया है। लेकिन जनता ने किन मुद्दों को लेकर बागपत का बादशाह चुना है इसका परिणाम भी आगामी 10 मार्च को साफ हो जाएगा।
UP Election Info: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 403 विधानसभा सीट के लिए पहले चरण का मतदान 10 फरवरी, दूसरा चरण 14 फरवरी, तीसरा चरण 20 फरवरी, चौथा चरण 23 फरवरी, पांचवां चरण 27 फरवरी, छठा चरण 3 मार्च और अंतिम चरण का मतदान 7 मार्च को है। कुल 7 चरणों में होगा यूपी में चुनाव। मतगणना 10 मार्च को होगी।
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