सार

 सातवें चरण में 54 सीटों पर 7 मार्च को वोटिंग होगी, उन जगहों पर अति पिछड़ी जातियों एवं दलितों की संख्या अच्छी-ख़ासी है। साथ ही संत कबीरदास का सांस्कृतिक महत्व भी बहुत है। कबीर चौरा मठ में संत कबीर दास ने अपना पूरा जीवन बिताया था। प्रियंका गांधी ने अपने घोषणा पत्र में भी दलित व अति पिछड़े वर्ग के लिए काफी घोषणाएं की हैं। कबीर चौरा मठ का ठिकाना प्रियंका के संघर्षों और सामाजिक न्याय को मज़बूत करने के उनके प्रयासों को लेकर एक बड़ा संदेश देगा।

वाराणसी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) के सातवें चरण के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है। इसी कड़ी में शुक्रवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) वाराणसी (Varanasi) स्थित कबीर चौरा मठ पहुंची। वह अगले 3 दिन तक यहीं पर रहेगी। प्रियंका गांधी ने कबीरदास की मूलगादी में दर्शन किए। इस मौके पर महंत ने कबीरदास की स्मृतियों को साझा किया। माना जा रहा है कि वाराणसी में कबीर चौरा मठ को अपना ठिकाना बनाकर प्रियंका गांधी ने एक बहुत बड़ा राजनीतिक संदेश दिया है। संत कबीरदास के सामाजिक न्याय एवं समानता के संदेश से उत्तर प्रदेश का दलित और अति पिछड़ा वर्ग बहुत जुड़ाव रखता है। 

दरअसल, सातवें चरण में 54 सीटों पर 7 मार्च को वोटिंग होगी, उन जगहों पर अति पिछड़ी जातियों एवं दलितों की संख्या अच्छी-ख़ासी है। साथ ही संत कबीरदास का सांस्कृतिक महत्व भी बहुत है। कबीर चौरा मठ में संत कबीर दास ने अपना पूरा जीवन बिताया था। प्रियंका गांधी ने अपने घोषणा पत्र में भी दलित व अति पिछड़े वर्ग के लिए काफी घोषणाएं की हैं। कबीर चौरा मठ का ठिकाना प्रियंका के संघर्षों और सामाजिक न्याय को मज़बूत करने के उनके प्रयासों को लेकर एक बड़ा संदेश देगा। मठ के आसपास की गलियों में कला व संगीत से जुड़ी हस्तियों व पद्म पुरस्कार विजेताओं का घर भी है। प्रियंका के इस प्रवास से भारतीय कला जगत में भी अच्छा संदेश जाएगा। 

बता दें कि इस मठ में 1934 में महात्मा गांधी आ चुके हैं। राष्ट्रकवि रविंद्रनाथ टैगोर भी यहां आकर रुका करते थे। अभी सातवें चरण में सात मार्च को वोट पड़ना है. इन चरण में अति पिछड़ी जातियों व दलितों की संख्या ठीकठाक है। उधर, छठें चरण के मतदान से पहले प्रियंका गांधी ने ट्वीटकर कहा कि उप्र के मेरे प्यारे बहनों-भाइयों आपके वोट से उप्र का भविष्य तय होना है, प्रदेश की आने वाली पीढ़ी का भविष्य तय होना है। अपने वोट की ताकत को पहचानें और रोजगार, महंगाई कम करने, शिक्षा, स्वास्थ्य की बेहतरी, किसानों की समृद्धि, महिला सशक्तिकरण व प्रदेश की तरक्की के लिए वोट करें।