पेट्रोल को आग से दूर रखने की सलाह दी जाती है। क्यंकि, अगर यह आग के संपर्क में आया तो तुरंत आग लग जाएगी। लेकिन अगर पेट्रोल को उबाला जाए तो क्या होगा, यह कैसे रिएक्ट करेगा?
किसी चीज में दो तरीके से आग लगती है। पहला एक्सटर्नल फ्लेम के इस्तेमाल से जैसे सिगरेट, दूसरा जब ज्यादा टेंपरेचर होने से आग खुद लग जाती है, जैसे कागज को तेज प्रकाश में रखने से।
पेट्रोल आग या चिंगारी के संपर्क में आने से आग पकड़ लेती है। इसके अलावा अगर पेट्रोल का तापमान 280 डिग्री से ज्यादा कर दिया जाए तो उसमें आग लग सकती है।
जब पेट्रोल को गैस पर रखकर गर्म करते हैं तो उसमें कोई असर नहीं होता। उसमें आग नहीं लगेगी। वह धीरे-धीरे भाप बनकर उड़ने लगेगा। इसका कई वीडियो यूट्यूब पर आ चुका है।
अगर पेट्रोल को एक बर्तन में रखकर कुछ देर तक गर्म करें तो वह धीरे-धीरे हवा में उड़ता रहेगा और एक समय ऐसा आएगा जब धीरे-धीरे बर्तन से पेट्रोल कम या खत्म हो जाएगा।
पेट्रोल अलग-अलग हाइड्रोकार्बन का मिश्रण है। इसमें हाइड्रोजन और कार्बन परमाणु पाए जाते हैं। पेट्रोल में हाइड्रोकार्बन ज्यादातर अल्केन्स, नेफ्थेन, कई सुगंधित हाइड्रोकार्बन होते हैं।
कच्चे तेल को गर्म किया जाता है और एक आसवन टावर में भेज दिया जाता है। इसे बॉयलिंग पॉइंट से अलग कर हीटिंग, प्रेशर से गैसोलीन, पेट्रोल और डीजल में बदला जाता है।