हफ्ते के आखिरी दिन यानी 24 मई को शेयर बाजार ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया है। सेंसेक्स ने 75,582 तो वहीं निफ्टी ने 23,004 का हाइएस्ट लेवल छुआ।
शुक्रवार 24 मई को खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 148 अंक, जबकि निफ्टी 47 अंक बढ़ा हुआ है। वहीं बैंक निफ्टी 136 प्वाइंट जबकि निफ्टी मिडकैप इंडेक्स में 258 अंकों की तेजी है।
पिछले कुछ दिनों से शेयर बाजार तूफानी रफ्तार से भाग रहा है। आखिर क्या है भारतीय बाजारों में इस तेजी की सबसे बड़ी वजह? आइए जानते हैं।
वर्तमान लोकसभा चुनाव के चौथे-पांचवे चरण में मतदान प्रतिशत में सुधार के साथ ही यह उम्मीद बढ़ती जा रही है कि भारत में अगले पांच साल तक एक बार फिर स्थिर सरकार देखने को मिलेगी।
मार्च में 3.5% वृद्धि के बाद अप्रैल में अमेरिकी कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स में 3.4% की वृद्धि हुई। महंगाई में कमी के चलते अमेरिकी फेड दूसरी छमाही में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।
भले ही विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने मई में जमकर बिकवाली की, लेकिन घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) और रिटेल निवेशकों की खरीदारी ने बाजार को काफी मजबूती दी है।
मौसम विभाग के मुताबिक, इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून 31 मई को केरल में दस्तक दे सकता है। ये अर्थव्यवस्था के लिए पॉजिटिव संकेत है, क्योंकि कृषि क्षेत्र काफी हद तक मानसून पर डिपेंड है।
अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर भरोसा जताते हुए माना है कि ये तेज रफ्तार से बढ़ेगी। इसमें IMF, UN, Moodys शामिल हैं। 4 जून के बाद शेयर बाजार में और तेजी आएगी।