स्कैमर्स सरकारी अधिकारी, बैंक प्रतिनिधि या UIDAI फर्जी अधिकारी बनकर फोन या SMS कर आधार कार्ड में गलतिया होने की बात कहते हैं और कार्ड नंबर, OTP मांगते हैं, ऐसा करने से बचें।
फिशिंग कॉल की तरह ही साइबर ठग नकली ईमेल भेजकल UIDAI से मिलती-जुलती वेबसाइट्स पर ऐसे लिंक देते हैं जो नकली वेबसाइट्स पर ले जाते हैं, जहां आधार नंबर डालने के बाद स्कैम हो सकता है।
साइबर ठग लोगों को आधार से जुड़े सर्विसेज को लिंक करने की झूठी बात कर धोखाधड़ी करते हैं, इसलिए हमेशा आधार कार्ड लिंक करने के लिए ऑफिशियल वेबसाइट का ही इस्तेमाल करें।
बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन लॉक से आधार कार्ड की डिटेल्स लॉक कर सकते हैं। जिससे डेटा सेफ रहता है। ऐसे में आधार कार्ड की बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन लॉक न करना सबसे बड़ी गलती मानी जाती है।
बहुत से लोग आधार कार्ड की डिजिटल कॉपी या फोटो खींचकर फोन की गैलरी में सेव कर लेते हैं, ऐसा नहीं करना चाहिए, फोन चोरी या गुम होने पर इसका गलत इस्तेमाल हो सकता है।
फोन में mAadhar ऐप न रखना भी बड़ी गलती है, क्योंकि ऐप के जरिए आप कभी भी अपना आधार कार्ड आसानी से एक्सेस कर सकते हैं, एमआधार ऐप पासवर्ड प्रोटेक्टेड होता है।
आधार कार्ड से मोबाइल नंबर को हमेशा अपडेट रखें, क्योंकि अगर कोई आधार का इस्तेमाल करेगा तो OTP आपके पास आएगा। इसके बिना कोई आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल नहीं कर पाएगा।
आधार कार्ड की डिटेल्स का इस्तेमाल कहां और कैसे हो रहा है, UIDAI की ऑफिशियल वेबसाइट्स पर जाकर इसे चेक करते रहें।