अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) के वेदांता ग्रुप (Vedanta Group) ने इस साल कमाई में रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा ग्रुप और टाटा ग्रुप तक को पीछे छोड़ दिया है।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त-वर्ष में ग्रुप की कंपनियों में वेदांता लिमिटेड और हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के कंबाइंड मार्केट कैप में 2.2 लाख करोड़ का इजाफा हुआ है।
शेयर मार्केट आंकड़ों के अनुसार, वेदांता लिमिटेड और हिंदुस्तान जिंक के स्टॉक्स 52 वीक लो से दोगुने हुए हैं। इस दौरान अडानी ग्रुप और महिंद्रा ग्रुप के MCap 1.4 लाख करोड़ बढ़े हैं।
Tata Group का मार्केट कैप 60,600 करोड़ रुपए से ज्यादा बढ़ा है, जबकि एशिया के सबसे अमीर मुकेश अंबानी के रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 20,656.14 करोड़ से ज्यादा गिर गया है।
वित्त वर्ष 2023-24 में 30% के एबिटा मार्जिन साथ 1,41,793 करोड़ का अपना दूसरा सबसे ज्यादा रेवेन्यू, 36,455 करोड़ का एबिटा हासिल किया है। कंपनी भविष्य में 10 अरब डॉलर आय पर फोकस है
मेटल किंग के नाम से फेसम कारोबारी अनिल अग्रवाल का जन्म बिहार की राजधानी पटना में एक मारवाड़ी फैमिली में हुआ था। 20 साल की उम्र में मुंबई आ गए और इतना बड़ा साम्राज्य खड़ा कर दिया
अनिल अग्रवाल ने 1970 में कबाड़ के धंधे से कारोबार की शुरुआत की। 1976 में शमशेर स्टर्लिंग केबल कंपनी खरीदा। बाद में 9 अलग-अलग बिजनेस शुरू कर 20-30 साल संर्घर्ष किया।
कैंब्रिज में अनिल अग्रवाल ने बताया कि कई साल तक डिप्रेशन में रहने के बावजूद मेहनत करते रहे 1986 में भारत सरकार ने टेलीफोन केबल बनाने की मंजूरी दी और फिर यहां से कारोबार चल पड़ा।
वेदांता रिसोर्सेज नेचुरल रिसोर्सेज कंपनी है। मिनरल्स, ऑयल एंड गैस निकालती, प्रॉसेस करती है। करीब 64,000 कर्मचारी-कॉन्ट्रैक्टर्स हैं। भारत, अफ्रीका, आयरलैंड,ऑस्ट्रेलिया में है।