हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप मढ़ने वाले कनाडा को अब भारत उसके खालिस्तानी आतंकी होने के सबूत देगा। इस बात का खुलासा NIA की चार्जशीट में हुआ है।
खालिस्तानी निज्जर आतंकी गतिविधियों में संलिप्त था और कनाडा में उसकी मदद अर्शदीप उर्फ अर्श ढल्ला करता था। दोनों वहां मिलकर 'टेरर कंपनी' चला रहे थे।
अर्शदीप खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के बेहद करीब था। निज्जर और अर्शदीप दोनों ही खालिस्तानी टाइगर फोर्स के आतंकी हैं।
NIA की चार्जशीट में बताया गया है कि हरदीप सिंह निज्जर और अर्शदीप ढल्ला ने टेररिस्ट गैंग बनाया। फिर लवप्रीत सिंह, राम सिंह, गगनदीप और कमलजीत को कनाडा का वीजा दिलाया।
इन चारों को नौकरी का लालच देकर पहले कनाडा बुलाया और बाद में उन्हें शूटर बनाकर पंजाब में दहशत फैलाने का काम सौंप दिया।
NIA की चार्जशीट में बताया गया है कि अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श ढल्ला, हरदीप सिंह निज्जर के साथ मिलकर अपने गैंग के लोगों को टारगेट की डिटेल्स भेजते थे।
इसके बाद ये उन्हें हथियार मुहैया कराते थे। इतना ही नहीं, आतंक फैलाने के लिए इन शूटर्स को फंड्स भी उपलब्ध कराते थे। अर्शदीप के जरिए ही हवाला का पैसा कनाडा पहुंचता था।
18 जून, 2023 को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी निज्जर की हत्या कर दी गई। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रुडो ने इसमें भारतीय एजेंटों की 'संभावित' संलिप्तता के आरोप लगाए हैं।