कोविड वैक्सीन बनाने वाली ब्रिटेन की फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) ने स्वीकार किया है कि उनकी कोविड-19 वैक्सीन से गंभीर साइड इफेक्ट सामने आ रहे हैं।
कोर्ट में वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका ने माना कोविशील्ड थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (TTS) का कारण बन सकता है। इससे खून के थक्के बनने के साथ प्लेटलेट्स डाउन हो सकते हैं।
ब्रिटेन की कोर्ट में एस्ट्राजेनेका कंपनी ने वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स माना लेकिन यह भी कहा कि कोरोना वैक्सीन न लगवाने पर भी थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम हो सकता था।
कोरोना (Covid 19) महामारी के दौरान एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने जो कोविशील्ड वैक्सीन बनाई, उसका प्रोडक्शन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने पुणे में किया था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, कोरोना महामारी के दौरान और इससे बचने के लिए भारत में सबसे ज्यादा कोविशील्ड के 175 करोड़ डोज लगे थे।
कॉरपोरेट डेटाबेस कैपिटलाइन के मुताबिक, 2019-20 के आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पर सीरम इंस्टीट्यूट की शुद्ध आय 5,926 करोड़ रुपए है। कंपनी का शुद्ध मुनाफा 2,251 करोड़ रुपए है।
कॉरपोरेट डेटाबेस कैपिटलाइन के अनुसार 2019-20 में सीरम इंस्टीट्यूट का मार्जिन सबसे ज्यादा था। कंपनी ने सबसे ज्यादा मुनाफा कमाया, उसका मार्जिन 41.3 परसेंट था।