रिपोर्ट्स के मुताबिक, मई में कार कंपनियों की करीब 4 लाख यूनिट्स की बिक्री नहीं हुईं। सितंबर 2018 के बाद दूसरी बार कार कंपनियों के पास सबसे बड़ी अनसोल्ड इन्वेंटरी देखने को मिल रही है
इकनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, कारों की इतनी बड़ी इन्वेंट्री की कीमत 44,000 करोड़ रुपए से भी ज्यादा है।
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 3 साल में कारों की शानदारडिमांड के बाद अब बिक्री में गिरावट हुई है। पिछले साल मई की तुलना में इस साल मई महीने में कारों की डिमांड 5% तक घट गई है।
कार कंपनियों का मानना है कि कारों की डिमांड में कमी का कारण दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में प्रचंड गर्मी, चुनावी माहौल या शादियों का सीजन न हो सकती हैं।
मई 2024 के आखिरी तक कार कंपनियों ने डीलर्स को 3,40,000-3,50,000 गाड़ियों का शिपमेंट दिया है, जो पिछले साल इसी अवधि की तुलना में 4 से 4.5 परसेंट तक ज्यादा है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि कारों की डिमांड घटने से कुछ कंपनियां नियोजित शटडाउन से प्रोडक्शन और इन्वेंट्री कम करने की कोशिश कर सकती हैं।
इस रिपोर्ट में एक उद्योग अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि घरेलू ऑटोमोटिव क्षेत्र इस महीने करीब 4 लाख गाड़ियों की इन्वेंट्री अब तक का रिकॉर्ड लेवल है।