22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का उद्घाटन करेंगे। इसी दिन रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके बाद आम जनता के लिए मंदिर खुल जाएगा।
अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर से काफी दान मिला है। बड़ी संख्या में लोगों ने सोना और चांदी दान में दिया है। इसमें सोने के सिक्के, ईंट, बिस्किट शामिल है।
राम मंदिर में सिंहासन से लेकर पादुका तक सोने या सोने की परत से बनी होगी। गर्भगृह के दरवाजों पर भी सोने से कलाकारी उकेरी गई है। रामलला के धनुष-बाण भी सोने के ही होंगे।
राम मंदिर में सोने के इस्तेमाल के बाद कई सौ सोना और चांदी बचेगा। जिसे रामलला के खजाने में रखने की तैयारी की जा रही है। वहीं ये दान सुरक्षित रखा जाएगा।
राम मंदिर के लिए दान में मिले सोने के आभूषण, ईंटें और सिक्के को एक साथ सुरक्षित रखना मुश्किल हो सकता है। इसलिए मंदिर ट्रस्ट इसे गलाकर एक जगह रखने की तैयारी कर रहा है।
मंदिर ट्रस्ट दान में मिले सोने और चांदी को गलाकर एक जगह रखेगा। इससे इतना सारा सोने-चांदी संभालने में ज्यादा परेशानी नहीं आएगी और उन्हें सुरक्षित भी रखा जा सकेगा।
राम मंदिर निर्माण शुरू होने से दान कई गुना बढ़ गया है। विदेशों से भी मंदिर के लिए दान में कई चीजें मिल रही हैं। ट्रस्ट ने इसे संभालने की व्यवस्था की है।