1 फरवरी, गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) बजट पेश करेंगी। आम चुनाव से पहले यह अंतरिम बजट है। इससे आम जनता को काफी उम्मीदें हैं।
देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अब तक 5 बार पूर्ण बजट पेश कर चुकी हैं। इस बार वे 6वीं बार बजट पेश करेंगी। हालांकि, इस बार देश का अंतरिम बजट आ रहा है।
इस बार बजट पेश करते ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगी, जिन्होंने वित्त मंत्री रहते लगातार 6 बार और कुल 10 बजट पेश किया।
देश में 3 वित्त मंत्री ऐसे भी हुए, जो कभी बजट पेश ही नहीं कर पाएं। इनमें क्षितिज चंद्र नियोगी, हेमवती नंदन बहुगुणा और नारायण दत्त तिवारी का नाम शामिल है।
देश के दूसरे वित्त मंत्री क्षितिज चंद्र नियोगी पहले वित्त आयोग के चेयरमैन भी थे। बतौर वित्त मंत्री उनका कार्यकाल 35 दिनों का था और इस वजह से उनके कार्यकाल में बजट पेश नहीं हुआ था।
इंदिरा गांधी की सरकार में वित्त मंत्री रहे हेमवती नंदन बहुगुणा सिर्फ साढ़े 5 महीने ही अपने पद पर रहे। इस वजह से वे बजट नहीं पेश कर पाए थे।
यूपी-उत्तराखंड के सीएम रह चुके नारायण दत्त तिवारी राजीव गांधी की सरकार में वित्त मंत्री थे लेकिन तब वित्त मंत्री की बजाय प्रधानमंत्री ने ही बजट पेश किया था। यह 1987-89 का दौर था।