भारत का पहला बजट 7 अप्रैल 1860 को ब्रिटिश संसद में स्कॉटिश कारोबारी जेम्स विल्सन ने पेश किया था। तब भी वो बजट डॉक्यूमेंट्स को एक चमड़े के थैले में लेकर आए थे।
1947 में लियाकत अली खान पहले भारतीय थे, जिन्होंने अविभाजित भारत के अंतरिम सरकार का बजट पेश किया था। विभाजन बाद लियाकत अली पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने।
26 नवंबर 1947 को आजादी के बाद देश का पहला बजट पहले वित्त मंत्री आरके षणमुखम चेट्टी ने पेश किया, जो 15 अगस्त 1947 से 31 मार्च 1948 तक के लिए था।
26 जनवरी 1950 को गणतंत्र बनने के बाद देश का पहला बजट 28 फरवरी 1950 को तत्कालीन वित्त मंत्री जॉन मथाई ने पेश किया था।
पहले बजट सिर्फ इंग्लिश में छपते थे लेकिन 1955 में वित्त मंत्री चिंतामणि द्वारकानाथ देशमुख ने बजट दस्तावेजों को अंग्रेजी के अलावा हिंदी में भी छापने का फैसला लिया था।
1965 में पहली बार बजट से पहले इकोनॉमिक सर्वे सरकार ने पेश किया। इससे पहले इकोनॉमिक सर्वे बजट के साथ ही पेश होता था। इसकी शुरुआत साल 1950 से हुई थी।
27 फरवरी 1999 को पहली बार सुबह 11 बजे बजट पेश किया गया। इससे पहले शाम 5 बजे पेश होता था। तब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी और वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा थे।
साल 2017 में पहली बार 1 फरवरी को पेश किया गया। इससे पहले चुनावी साल के अलावा आम बजट फरवरी के आखिरी दिन पेश होता था।
पहली बार रेल बजट 1924 में पेश किया गया था। 1994 में पहली बार रेल बजट टीवी पर आया था। 92 साल बाद साल 2017 में पहली बार रेल बजट को आम बजट का हिस्सा बना दिया गया।
जुलाई 2019 में निर्मला सीतारमण बजट ब्रीफकेस की जगह लाल रंग के फोल्डर यानी बहीखाता लेकर संसद पहुंची था। साल 2020 में देश का पहला पेपरलेस बजट पेश हुआ।