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रविवार 19 नवंबर को भारत और ऑट्रेलिया के बीच खेला जाएगा। इस विश्व कप में मैदान पर तो कई रिकॉर्ड्स बन रहे हैं, टीवी और डिजिटल वर्ल्ड में भी रिकॉर्ड्स की झड़ी लग गई है।
भारत-न्यूजीलैंड के बीच खेले गए सेमीफाइनल में व्यूवरशिप का रिकॉर्ड टूटा। उस मैच को करीब 5.3 करोड़ दर्शकों ने देखा। इसके बाद मैच के दौरान विज्ञापनों के रेट में उछाल आ गया है।
सेमीफाइनल से पहले डिज्नी हॉटस्टार पर भारत-दक्षिण अफ्रीका मैच को 4.4 करोड़ लोगों ने देखा था, जो व्यूवरशिप का एक रिकॉर्ड था, जो भारत-न्यूजीलैंड सेमीफाइनल मैच में टूट गया।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रविवार को होने वाले वर्ल्ड कप फाइनल में व्यूवरशिप का नया रिकॉर्ड भी टूट सकता है। बार्क के मुताबिक, टीवी पर 34 वर्ल्ड कप मैचों को 43 करोड़ लोगों ने देखा।
क्रिकेट वर्ल्ड कप में अब 10 सेकेंड के विज्ञापन के लिए कंपनियों से 35 लाख रुपए तक डिमांड हो रही है। यानी हर सेकेंड उन्हें 3.5 लाख रुपए विज्ञापन पर खर्च करने पड़ सकते हैं।
एडवरटाइजिंग से जुड़े जानकारों के अनुसार, वर्ल्ड कप मैचों का लाइव Disney Hotstar पर चल रहा है। वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले ही 70% विज्ञापन स्लॉट बुक हो चुके हैं।
वर्ल्ड कप फाइनल के लिए करीब 10 फीसदी विज्ञापन स्लॉट ही बचे हैं। कंपनियों से तोल-मोल जारी है। ज्यादातर कंपनियां 25-30 लाख रेट देने को तैयार हैं लेकिन हॉटस्टार मानने को तैयार नहीं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, टीवी-डिजिटल प्लेटफॉर्म विज्ञापन रेट दोगुने हो चुके हैं। वर्ल्ड कप की शुरुआत में टीवी पर विज्ञापन 10 सेकंड का 5-6 लाख रुपए थे, जो अब 8-10 लाख तक पहुंच चुके हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीवी पर दर्शकों ने 2019 वर्ल्ड कप के मुकाबले 12 फीसदी ज्यादा वक्त बिताया है। इससे स्टार और डिज्नी को करीब 2,500 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ है।