आज की तारीख में तरह-तरह की बीमारियां फैल रही हैं और हॉस्पिटल खर्च की बहुत ज्यादा होता है। ये आपकी सेविंग्स एक बार में ही खत्म कर देता है। ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस बहुत जरूरी है।
हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय आपको काफी सावधानी बरतना चाहिए नहीं तो सालों प्रीमियम भरने के बाद भी पूरा बेनिफिट न मिलने पर खुद को ठगा सा महसूस करेंगे।
हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय वेटिंग पीरियड का खास ध्यान रखें। सामान्यत: ये 30 दिन होता है। इसके बाद से इंश्योरेंस कंपनी कुछ विशेष बीमारियों को छोड़कर सभी को कवर करती है।
हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां रूम रेंट कैपिंग भी देती हैं। मतलब हॉस्पिटलाइजेशन के समय आपको एक सीमा तक ही बीमा कंपनी भुगतान करेंगी। ऐसे इंश्योरेंस प्लान खरीदने से बचें।
हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में प्री व पोस्ट हॉस्पिटलाइजेशन पीरियड की जानकारी होती है। इसमें दिया रहता है कि अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद में किन खर्चों का कंपनी पेमेंट करेगी।
हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां फ्री हेल्थ चेकअप की सुविधा देती हैं। आमतौर पर अगर आप कोई क्लेम फाइल नहीं करते हैं तो इंश्योरेंस कंपनी की ओर से हेल्थ चेकअप सुविधा दी जाती है।
हेल्थ इंश्योरेंस में रेस्टोरेशन सुविधा भी चेक कर लें। पॉलिसी लेते समय जांच लें कि कितना रेस्टोरेशन सम एश्योर्ड पर मिल रहा है। रेस्टोरेशन से हॉस्पिटलाइजेशन के समय लाभ मिलता रहता है।