आजकल ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ गए हैं। क्रेडिट स्कोर के नाम पर भी फ्रॉड हो रहे हैं। यह एक ऐसा फ्रॉड होता है, जिसे आसानी से पहचान पाना मुश्किल होता है। इसे पकड़ने में वक्त लग सकता है।
जब कोई ठग आपकी पर्सनल डिटेल्स चुराकर आपके नाम पर नए क्रेडिट कार्ड, लोन या अन्य फाइनेंशियल सुविधाएं लेता है, तो इसे क्रेडिट स्कोर फ्रॉड (Credit Score Fraud) कहा जाता है।
इस फ्रॉड का सीधा असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है, जिससे फ्यूचर में बैंक से किसी तरह का लोन या फाइनेंशियल मदद ले पाना मुश्किल हो सकता है।
क्रेडिट कार्ड फ्रॉड के कई मामलों में सालों तक इस धोखाधड़ी का पता ही नहीं चल पाता है। जब बैंक लोन देने से मना करते हैं या बकाया चुकाने का नोटिस आता है, तब इसकी जानकारी लगती है।
बिना किसी कारण अचानक से क्रेडिट स्कोर का गिरना, बैंक स्टेटमेंट में अजीब ट्रांजेक्शन नजर आना क्रेडिट स्कोर फ्रॉड का संकेत हो सकता है, ऐसे में सावधान हो जाइए।
कई बार क्रेडिट रिपोर्ट में ऐसे इनक्वायरी होते हैं, जिनकी जानकारी ही नहीं होती है। क्रेडिट रिपोर्ट में ऐसे अकाउंट नजर आते हैं, जो कभी आपने खोले ही नहीं है या अनजान ट्रांजैक्शन होना।
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि सतर्क रहकर इस फ्रॉड से बच सकते हैं। सिर्फ बैंक स्टेटमेंट देखकर निश्चिंत न हों, उसकी बारीकी से जांच करें।
अपने कार्ड पर छोटे ट्रांजैक्शन अलर्ट सेट करें, जिससे कोई छोटा अमाउंट भी निकले तो तुरंत पता चले। ऑनलाइन शॉपिंग, ऑफलाइन पेमेंट, कार्ड की जानकारियां संभालकर रखें।
क्रेडिट स्कोर को सेफ रखने के लिए समय-समय पर अपनी CIBIL रिपोर्ट चेक करें। किसी अनजान एक्टिविटी को इग्नोर न करें। ऑनलाइन बैंकिंग और शॉपिंग अकाउंट्स का पासवर्ड स्ट्रॉन्ग रखें।
बैंक और वित्तीय संस्थानों से मिलने वाले अलर्ट को भी एक्टिवेट करके रखें, ताकि आपके अकाउंट में कोई भी बदलाव हो तो तुरंत उसकी जानकारी मिल सके।
सबसे पहले अपने बैंक या क्रेडिट कार्ड प्रोवाइडर को इसकी जानकारी दें, लिखित में शिकायत करें, CIBIL रिपोर्ट अपडेट करवाएं, जितनी जल्दी एक्शन लेंगे, उतना ही कम नुकसान होगा।