टेस्ला CEO एलन मस्क (Elon Musk) इसी महीने भारत आ सकते हैं। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर टेस्ला की एंट्री पर बातचीत करेंगे। इसके बाद यहां उनकी कारें बनने की उम्मीद है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, मस्क 6 साल से बिना सैलरी टेस्ला में काम कर रहे हैं। कानूनी अड़चनों के बावजूद कंपनी CEO को 56 बिलियन डॉलर कंपनसेशन पैकेज देने फिर से शेयर होल्डर्स के पास गई है।
टेस्ला में एलन मस्क के कंपनसेशन पैकेज पर काफी समय से विवाद है। डेलावेयर की एक कोर्ट ने मस्क के प्रस्तावित पैकेज के खिलाफ फैसला भी सुना दिया था।
टेस्ला ने 2018 में ही एलन मस्क के लिए पैकेज बना लिया था, लेकिन अब तक मंजूरी नहीं मिल पाई। अब कंपनी बोर्ड ने एक बार फिर प्रस्ताव को शेयर होल्डर्स की मंजूरी दिलाने में जुट गई है।
टेस्ला चेयरमैन रॉबिन डेनहोल्म ने मस्क की सैलरी को लेकर शेयरहोल्डर्स को एक पत्र लिखा है, जिसमें कोर्ट के फैसले की आलोचना करते हुए एलन मस्क के पक्ष में वोट देने की अपली की है।
टेस्ला शेयरधारकों की सालाना बैठक 13 जून से शुरू होगी। जिसमें मस्क की सैलरी पर चर्चा हो सकता है। अभी मस्क को टेस्ला से सैलरी नहीं मिलती है। उनका वेतन कंपनी के मुनाफे पर बेस्ड है।
एलन मस्क का पैकेज 2018 में तय किया गया था, जिसमें मस्क को 12 स्टॉक ऑप्शन कंपनी ने दिए हैं। शर्त थी कि इनका लाभ मस्क को तभी मिलेगा, जब कंपनी 10 साल में 12 लक्ष्य पूरा कर लेगी।
टेस्ला की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, कंपनी ने 2023 तक अपने सभी 12 लक्ष्य पूरे कर लिए हैं। पिछले 6 सालों में टेस्ला के शेयर की कीमत 6 गुना तक बढ़ गई है।