व्हाइट हाउस की वेबसाइट के अनुसार, राष्ट्रपति जो बाइडेन एयरफोर्स-1 विमान से सफर करते हैं। इसे खास तरह से डिजाइन किया गया है। यह विमान बोइंग 747-200B सीरीज का हिस्सा है।
जो बाइडेन एक नहीं दो एयरफोर्स-1 लेकर चलते हैं। एक उस देश में लैंड करता है, जहां राष्ट्रपति जाते हैं। दूसरा सीक्रेट लोकेशन पर रखा जाता है, ताकि आपात स्थिति में इस्तेमाल हो सके।
जो बाइडेन जिस प्लेन से चलते हैं, उसमें तीन फ्लोर हैं। जिनका क्षेत्रफल करीब 4,000 वर्गफीट का होता है। इसमें 102 लोग सफर कर सकते हैं।
जिस एयरफोर्स-1 से जो बाइजेन चलते हैं उसमें अस्पताल, ऑफिस, सुइट और किचन समेत कई लग्जरियस सुविधाएं हैं। अस्पताल में डॉक्टर की टीम रहती है। राष्ट्रपति का कार्यालय भी इसमें है।
जो बाइडेन का विमान एयरफोर्स-1 एक बार में 12,000 KM तक जा सकता है। जमीन पर आए बिना ही इसमें फ्यूल भरा जा सकता है।
अमेरिकी एयरफोर्स की वेबसाइट के मुताबिक, एयरफोर्स-1 किसी भी तरह के अटैक को झेलने में सक्षण है। यह मिसाइल अटैक को भी फेल करने की ताकत रखता है।
रिपोर्ट में दावा किया जाता है कि एयरफोर्स 1 विमान में न्यूक्लियर विस्फोट की स्थिति में भी सुरक्षा के इंतजाम है। इसके फीचर्स को गोपनीय रखा जाता है।
यूएस प्रेसीडेंट का प्लेन मिनटो में टेक ऑफ कर सकता है। एयरफोर्स 1 से पहले एक कार्गो प्लेन चलता है, जिसमें एयरफोर्स का हेलीकॉप्टर, हथियार, जवान, कार होती है।
अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ हेलीकॉप्टर और कार भी जाता है। अगर वेन्यू एयरपोर्ट से ज्यादा दूर है तो वहां तक हेलीकॉप्टर से जाते हैं। नहीं तो द बीस्ट कार से सपर करते हैं।