मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का अंतरिम बजट 1 फरवरी को पेश करने जा रही है। इससे पहले बजट 28 फरवरी को आता था लेकिन अब इसे बदलकर 1 फरवरी कर दिया गया है।
साल 2017 में पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) ने ऐलान किया कि अब केंद्रीय बजट फरवरी के अंतिम कार्य दिवस नहीं बल्कि पहली फरवरी को पेश किया जाएगा।
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया था कि ब्रिटिश शासन के तहत औपनिवेशिक युग में अपनाई गई 92 साल पुरानी परंपरा समाप्त करने बजट फरवरी आखिरी की बजाय 1 फरवरी को पेश किया जाएगा।
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने तब बताया था कि फरवरी के अंत में बजट आने से सरकार के पास 1 अप्रैल से प्रभावी नई नीतियों के लिए बहुत कम समय था, इसलिए इसे बदलकर 1 फरवरी की गई है।
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने तब रेलवे के लिए अलग बजट (Railway Budget) पेश करने की परंपरा खत्म करते हुए रेलवे बजट को केंद्रीय बजट में मर्ज कर दिया था।
1999 तक केंद्रीय बजट फरवरी के आखिरी दिन शाम 5 बजे पेश होता था। यह समय ब्रिटेन के समय से तय किया गया था। ब्रिटेन में सुबह 11 बजे बजट पेश होता था, तब भारत में शाम 5 बजे थे।
1999 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने बजट के समय को शाम 5 बजेट से बदलकर सुबह 11 बजे कर दिया। उनका तर्क था कि इससे बजट पर चर्चा के लिए पर्याप्त समय मिलेगा।