ग्वालियर राजघराने की राजमाता और ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां माधवी राजे सिंधिया का 15 मई को निधन हो गया है। उनके ग्वालियर स्थित आलीशान जय विलास पैलेस में 400 कमरे हैं।
कम ही लोग जानते हैं कि इस आलीशान महल में कभी 10 हाथी चढ़ाए गए थे। दरसअल, इस महल में एक बड़ा-सा झूमर लगा है, जिसका वजन करीब 3500 किलो है।
इस झूमर को लटकाने से पहले महल की छत की मजबूती चेक करने के लिए 10 हाथियों को छत पर चढ़ाया गया था। अब आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि महल की छत कितनी मजबूत होगी।
माधवी राजे सिंधिया के महल स्थित दरबार हॉल में मेहमानों को खाना परोसने के लिए चांदी की ट्रेन लगी है। यहां एक साथ 100 से ज्यादा लोग बैठकर खाना खा सकते हैं।
माधवी राजे सिंधिया का महल जय विलास पैलेस 150 साल पुराना है। इसे बनाने में 12 साल का वक्त लगा था। महल में सबसे खूबसूरत दरबार हॉल है, जिसे हीरे के अलावा सोना-चांदी से सजाया गया है।
जय विलास पैलेस को 1874 में ग्वालियर के महाराज जीवाजी राव सिंधिया ने बनवाया था। यूरोपियन आर्किटेक्चर पर बेस्ड इस महल का डिजाइन फ्रांसीसी आर्किटेक्ट ने तैयार किया था।
3 मंजिला आलीशान जय विलास पैलेस में फारसी और इटालियन मार्बल लगाया गया है। महल के दरवाजों पर सोने के गिल्ट लगे हैं। माधवी राजे का महल देश के आलीशान पैलेस में शुमार है।