Hyundai IPO को दूसरे दिन भी निवेशकों का ठंडा रिस्पांस मिला। शाम साढ़े 6 बजे तक ये आईपीओ महज 42% ही सब्सक्राइब हो पाया है।
दूसरे दिन Hyundai IPO को सबसे ज्यादा QIB कैटेगरी में 0.58 गुना सब्सक्राइब किया गया। वहीं, रिटेल कैटेगरी में 0.38 गुना और NII कैटेगरी में 0.26 गुना बोलियां ही मिलीं।
16 अक्टूबर को Hyundai IPO का शेयर ग्रे मार्केट में महज 35 रुपए प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है। इस हिसाब से ये अपने अपर प्राइस बैंड 1960 से 35 रुपए ऊपर 1995 पर लिस्ट हो सकता है।
अनलिस्टेड मार्केट में शेयर के प्रीमियम में भारी गिरावट से निवेशक इसमें पैसा लगाने से बच रह हैं। उन्हें लगता है कि लिस्टिंग पर ये कुछ खास मुनाफा नहीं देने वाला है।
बता दें कि कंपनी ने इस आईपीओ के तहत प्राइस बैंड 1865 रुपए से 1960 रुपए के बीच तय किया है। वहीं, इसका लॉट साइज 7 शेयरों का है।
निवेशकों को इसके एक लॉट यानी 7 शेयर के लिए मिनिमम 13,720 रुपए की बोली लगानी होगी। वहीं रिटेल इन्वेस्टर्स अधिकतम 14 लॉट यानी 98 शेयरों के लिए 192,080 रुपए की बोली लगा सकते हैं।
आईपीओ के तहत शेयरों का अलॉटमेंट 18 अक्टूबर को होगा। वहीं, जिन्हें शेयर नहीं मिलेंगे, उनके खातों में 21 अक्टूबर तक पैसा रिफंड हो जाएगा।
सफल निवेशकों के डीमैट अकाउंट्स में 21 अक्टूबर को ही शेयर क्रेडिट कर दिए जाएंगे। शेयरों की लिस्टिंग BSE-NSE पर एक साथ 22 अक्टूबर को होगी।
बता दें कि ये अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है। इसका कुल साइज 27,870.16 करोड़ है। इसके तहत कंपनी कुल 142,194,700 शेयर जारी करेगी।
इस इश्यू में कंपनी फ्रेश शेयर जारी न करके सभी शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत कर रही है। वहीं, कर्मचारियों को 186 रुपए का डिस्काउंट मिल रहा है।