मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की जीत के बाद शेयर बाजार ने जबरदस्त छलांग मारी। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1,000 अंकों से ज्यादा उछाल लिया।
वर्तमान में कई आर्थिक संकेत मोदी सरकार के पक्ष में बताए जा रहे हैं। हाल में जीडीपी और जीएसटी कलेक्शन के आंकड़े मार्केट को भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में मोड़ने में मदद की है।
स्थिर सरकार देश के मार्केट के लिए सबसे जरूरी होता है। आज केंद्र से लेकर अधिकतर राज्यों में बीजेपी की पूर्ण बहुमत सरकार है। इस वजह से बड़े आर्थिक फैसले मजबूती से लिए जा सकते हैं।
भाजपा सरकार का सबसे ज्यादा फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर पर रहा है। बजट में कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए 10.5 लाख करोड़ दिए। इससे इकोनॉमी में कैश फ्लो बढ़ता है और इंडस्ट्री को फायदा मिलता है
भाजपा सरकार में 'मेक इन इंडिया, 'PLI' जैसी स्कीम्स आने से बिजनेस-इंडस्ट्री के नए सेक्टर्स में ग्रोथ हुआ। मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में देश ने बड़ी उपलब्धि हासिल की।
भाजपा सरकार ने डिजिटल इंडिया पर फोकस कर इकोनॉमी में लीकेज को रोका है। इससे बजट का बड़ा फायदा जनता तक पहुंचा, इंडस्ट्री के लिए कंप्लायंस बोझ कम हुआ है। इससे इकोनॉमी पॉजिटिव है।
भाजपा सरकार में ज्यादातर इकोनॉमिक इंडिकेटर पॉजिटिव रहे हैं। केंद्र सरकार के 10 साल के कार्यकाल में महंगाई दर डबल डिजिट में नहीं गई, GDP ग्रोथ रेट औसतन 5% से ज्यादा रही है।
इकोनॉमी को लेकर बीजेपी सरकार हमेशा से पॉजिटिव अप्रोच रखती है, जिससे राजकोषीय घाटा भी ज्यादातर समय नियंत्रण में ही रहा है। इससे मार्केट-इकोनॉमी बीजेपी सरकार के प्रति पॉजिटिव रहती है