रिजर्व बैंक ने इंडसइंड बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO सुमंत कठपालिया के री-अप्वाइंटमेंट को मंजूरी दे दी है। उनका कार्यकाल 23 मार्च 2026 तक 1 साल के लिए बढ़ा दिया गया है।
सुमंत कठपालिया का कार्यकाल बैंक ने तीन साल बढ़ाने की मांग की थी लेकिन आरबीआई ने 1 साल ही बढ़ाया। इसके बाद से ही इस शेयर में गिरावट है।
सोमवार को इंडसइंड बैंक का शेयर शुरुआती कारोबार में 4-5% टूटकर 900 रुपए के नीचे पहुंच गया, जो इसका नया 52 वीक लो है।
इंडसइंड बैंक को लेकर ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म बुलिश हैं। Jefferies ने इस पर बाय रेटिंग मेंटेन किया है। हालांकि, इसका टारगेट प्राइस 1,200 रुपए से घटाकर 1,080 रुपए कर दिया है।
ब्रोकरेज फर्म CITI ने भी इंडसइंड शेयर को बाय रेटिंग मेंटेन करते हुए इसका टारगेट प्राइस 1,378 रुपए दिया है, जो मौजूदा भाव से करीब 50% ज्यादा है।
ब्रोकरेज फर्म Bernstein ने भी इंडसइंड पर आउटपरफॉर्म रेटिंग देते हुए टारगेट 1,300 रुपए दिया है। Macquarie ने भी आउटपरफॉर् रेटिंग देते हुए टारगेट प्राइस 1,210 रुपए दिया है।
ग्लोबल ब्रोकरेज ऐनालिस्ट UBS और BoFA ने इंडसइंड बैंक के नए अपडेट के बाद रेटिंग डाउनग्रेड करते हुए सेल की रेटिंग दी है। इसका टारगेट घटाकर 850 रुपए कर दिया है।
ब्रोकरेज यूबीएस और BoFA का कहना है कि इंडसइंड बैंक में 1 साल के लिए एक्सटेंशन शॉर्ट टर्म में बैंक के कामकाज और आउटलुक को प्रभावित कर सकता है, जिससे ग्रोथ घट सकता है।
इंडसइंड बैंक के शेयर का 52 वीक हाई लेवल 1,576 रुपए है। 900 के करीब पहुंचकर शेयर ने नया लो लेवल बनाया है।
किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।