प्राइवेट सेक्टर के दिग्गज बैंक IndusInd Bank का स्टॉक पिछले कुछ दिनों में जबर्दस्त टूटा है। स्टॉक अपने 52 वीक हाइएस्ट लेवल से 64% तक टूट चुका है।
शेयर में इतनी बड़ी गिरावट के बाद भी ब्रोकरेज फर्म CLSA ने स्टॉक को लेकर अपनी ओवरवेट रेटिंग बनाए रखी है।
ब्रोकरेज फर्म CLSA ने IndusInd Bank के शेयर का टारगेट 1300 से घटाकर 900 कर दिया है। लेकिन ये बुधवार को बंद भाव से अब भी 30% ज्यादा है।
बैंक ने 10 मार्च को एक्सचेंज फाइलिंग में ऐसी जानकारी दी, जिसके बाद स्टॉक पर निवेशकों का भरोसा टूट गया। बैंक ने बताया कि उसकी इंटर्नल प्रॉसेस की जांच में कुछ गड़बड़ियां पाई गई हैं।
IndusInd Bank की ओर से कहा गया- ये दिक्कतें डेरिवेटिव पोर्टफोलियो या फॉरेक्स डिपॉजिट और उधारी को हेज (सुरक्षित) करने के लिए किए गए आंतरिक सौदों से जुड़ी हो सकती हैं।
इतना ही नहीं बैंक के मैनेजमेंट ने बताया कि ये गड़बड़ी बैंक की कुल संपत्ति का 2.35% यानी करीब 1577 करोड़ रुपए के आसपास हो सकती है।
इसके अलावा रिजर्व बैंक ने IndusInd Bank के सीईओ सुमंत कठपालिया का कार्यकाल तीन साल की जगह सिर्फ एक साल बढ़ाने का आदेश दिया है। इससे भी नेगेटिव असर पड़ा।
ब्रोकरेज फर्म CLSA को यकीन है कि समय के साथ बैंक के फंडामेंटल्स मजबूत हो जाएंगे। इससे इसमें किया गया निवेश लॉन्गटर्म में अच्छा मुनाफा दे सकता है।