इज़राइल की मुद्रा का नाम "New Israeli Shekel" (ILS), है, वहीं भारत की मुद्रा "भारतीय रुपया" ( INR) है।
Shekel को ₪ से दिखाया जाता है, इसका ISO कोड ILS है। वहीं रुपया का प्रतीक ₹ है, इसका ISO कोड INR है।
1 न्यू इज़राइली शेकल के कम्पेयरिजन में इंडियन करेंसी बहुत कमजोर है। अक्टूबर 2024 में 1 शेकल के लिए 22-25 भारतीय रुपये के चुकाना होता है।
इज़राइल में Inflation Rate भारत की तुलना में कम रहती है। शेकल की मुद्रास्फीति कंट्रोल में होती है, वहीं भारत में कभी-कभी मुद्रास्फीति अधिक हो सकती है।
इज़राइल में प्रमुख रूप से 20, 50, 100 और 200 शेकल के नोट चलते हैं। वहीं भारत में 10, 20, 50, 100, 200, 500 रुपये के नोट प्रचलन में हैं।
शेकल को 1985 में पेश किया गया था और इसे न्यू इज़राइली शेकल के रूप में जाना जाता है, वहीं रुपया का इतिहास काफी पुराना है, हालांकि आजादी के बाद रुपैया भारत की आधिकारिक मुद्रा बनी।
इंटरनेशनल मार्केट में शेकल को ज्यादा मजबूत माना जाता है। वहीं भारतीय रुपया विकासशील अर्थव्यवस्था की मुद्रा मानी जाती है, इस वजह से अंतरराष्ट्रीय व्यापार में इसका उपयोग सीमित है।
शेकल की Inflation Rate ज्यादा स्थिर है, जबकि भारतीय रुपये में डॉलर और ग्लोबल मार्केट के अनुसार अक्सर उतार-चढ़ाव होते हैं।
इज़राइल की अर्थव्यवस्था छोटी होने के बावजूद टेक्नलॉजी और इनोवेशन पर बेस्ड है, जिससे शेकल की ताकत ज्यादा है। भारत की अर्थव्यवस्था बेहद विशाल है, बावजूद इसके रुपया अस्थिर होता है।
शेकल इज़राइल और बहुत कम बाजारों में इस्तेमाल की जाती है। वहीं रुपया दक्षिण एशिया में लीड करेंसी होने के बावजूद ग्लोबल मार्केट में उतना प्रभाव नहीं रखती है।